बिहार के 478 राजस्व अधिकारियों को मिला पहला टास्क, विभाग की छवि सुधारें

बिहार के 478 राजस्व अधिकारियों के लिए चार सप्ताह का प्रशिक्षण गुरुवार को शुरू हुआ। पटना के अलावा गया और सोनपुर में इसका आयोजन किया गया है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार बेहतर नतीजे के उद्देश्य से प्रशिक्षण पर सरकार धन खर्च कर रही है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 07:44 PM (IST)
बिहार के 478 राजस्व अधिकारियों को मिला पहला टास्क, विभाग की छवि सुधारें
बिहार के राजस्व अधिकारियों को टास्क दिया गया है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने नव नियुक्त राजस्व अधिकारियों को कहा है कि विभाग की छवि में सुधार उनकी प्राथमिकता है। नए अधिकारी इसका ख्याल रखें। वे नए अधिकारियों के प्रशिक्षण की शुरुआत के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। 478 राजस्व अधिकारियों के लिए चार सप्ताह का प्रशिक्षण गुरुवार को शुरू हुआ। पटना के अलावा गया और सोनपुर में इसका आयोजन किया गया है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार बेहतर नतीजे के उद्देश्य से प्रशिक्षण पर सरकार धन खर्च कर रही है। आप से उम्मीद है कि अपने व्यवहार और कार्यकुशलता से विभाग की छवि सुधारेंगे।

पटना के जिला पदाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि राजस्व प्रशासन जिला प्रशासन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रशिक्षण जरूरी है, क्योंकि जानकारी से ही समझदारी बढ़ती है। निर्णय लेने की क्षमता आती है। पंचायती राज विभाग के निदेशक डा. रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में 90 प्रतिशत विधि व्यवस्था की समस्या भूमि राजस्व प्रशासन से संबंधित है। समाधान की जिम्मेदारी आपके कंधों पर रहेगी। विभाग के अधिक काम आनलाइन हो गए हैं। बहुत सारे काम में स्थल निरीक्षण जरूरी होता है। निर्णय लेने से पहले स्थल निरीक्षण जरूर करें। काम को टालने की प्रवृति से बचें। घर की तरह कार्यालय को भी साफ-सुथरा रखें। समारोह में राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव कंचन कपूर के अलावा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। 

पहले दिन 58 अनुपस्थित

पहले ही दिन 58 अधिकारी प्रशिक्षण से अनुपस्थित थे। पटना में 238 और गया एवं सारण में 120-120 राजस्व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन पटना में 51 राजस्व अधिकारी अनुपस्थित रहे। गया में अनुपस्थित अधिकारियों की संख्या 35 और सारण में 19 रही। चार सप्ताह तक चलने वाले प्रशिक्षण में राजस्व के विभिन्न विषयों एवं सभी निदेशालयों के काम काज से संबंधित जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण सत्र का समापन लिखित परीक्षा से होगा। 

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