पीएमसीएच में 29 से बढ़ जाएंगी डायलिसिस की 30 मशीनें
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में किडनी के इलाज के लिए पहुंचने वाले गरीब मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
पटना। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में किडनी के इलाज के लिए पहुंचने वाले गरीब मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में 29 नवंबर से 30 बेड की डायलिसिस सुविधा बढ़ने जा रही है। इसका लंबे समय से इंतजार हो रहा था। अभी अस्पताल में मात्र चार मशीनों से डायलिसिस हो रहा है।
अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि पीएमसीएच में राज्यभर से किडनी के मरीज आते हैं। उन मरीजों को यहां मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जाएगी। चार मशीनें पहले से कार्यरत हैं।
: हर दिन किडनी के 50 से 60 मरीज आते :
पीएमसीएच के नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. यशवंत सिंह ने बताया कि अस्पताल में हर दिन 50 से 60 किडनी के मरीज डायलिसिस के लिए आते हैं। 30 मशीनें बढ़ जाने से राज्य के कोने-कोने से आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
: एक मरीज को लगभग छह घंटे लगता समय :
एक मरीज को डायलिसिस कराने में लगभग छह घंटे का समय लगता है। तीस मशीनों के चालू होने के बाद गरीब मरीजों को आसानी से डायलिसिस की सुविधा मिलने लगेगी।
: एसआर और पारा मेडिकल स्टाफ की जरूरत :
जानकारों का कहना है कि पीएमसीएच में 30 मशीनों से डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मिलेगी। लेकिन इसके लिए सरकार को कम से कम 12 सीनियर रेजिडेंट भी बहाल करने की जरूरत है। इसके अलावा कम से कम 40 पारा मेडिकल स्टाफ चाहिए, तभी यह यूनिट बेहतर तरीके से काम कर सकती है। इसके अलावा कम से कम 12 टेक्नीशियन भी होने चाहिए, जबकि वर्तमान में मात्र तीन ही टेक्नीशियन के भरोसे इलाज चल रहा है। : गरीब मरीजों को आयुष्मान के तहत मिले डायलिसिस सुविधा :
पीएमसीएच के चिकित्सको को कहना है कि गरीब मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत डायलिसिस की सुविधा मिलनी चाहिए। इससे उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। वर्तमान में आयुष्मान के मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।