बदलती दुनिया के साथ कार्य करेंगे तभी होंगे सफल -ए के अंबेदकर
बिहार पुलिस रेडियो हेडक्वॉर्टर के 40 वायरलेस जवानों का 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की हुई शुरुआत।
-बिहार पुलिस रेडियो हेडक्वॉर्टर के 40 वायरलेस जवानों का 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
- संवाद सूत्र, बिहटा : अमहारा स्थित राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) के कैंपस में बुधवार को बिहार पुलिस रेडियो हेडक्वॉर्टर के 40 वायरलेस जवानों का 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि सह एडीजी वायरलेस के एके अंबेदकर, नाइलिट निदेशक आलोक त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक सत्यप्रकाश तिवारी, वायरलेस एसपी के एम सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर एडीजी एके अंबेदकर ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की दुनिया काफी तेजी से डिजिटल इंडिया की तरफ भाग रही है। इस बदलती दुनिया के साथ मिलकर कार्य करेंगे तभी सफलता हासिल होगी। आज हमारे जवान इस बदलती दुनिया में पिछड़ रहे हैं। पुलिस विभाग अपने जवानों को तकनीक की दुनिया में मजबूत करने के लिए डिजिटल प्रशिक्षण का शुभारंभ किया है। आज अपराध का स्वरूप और आयाम दोनों काफी तेजी से बदल रहा है। जिससे निपटने के लिए साईबर सेल के जवानों का निपुण होना जरूरी है। जवानों का पूरा फोकस इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर सीखने के प्रति होना चाहिए क्योंकि जब आप इस संस्था से एक महीने की ट्रेनिंग लेकर निकलें तो बिहार पुलिस के लिए आप एक मिसाल बन सकें। वहीं संस्थान के निदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा कि भारत स्वर्णिम युग में भी शिक्षा में सबसे आगे था। लेकिन आज वहां भी पिछड़ता जा रहा है। खासकर तकनीक के क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और ट्रेनिंग की बदौलत ही आज अमेरिका की सेना विश्व में अव्वल और शक्तिशाली है। कहा कि अगर हथियार धारदार हो तो उसे दोबारा धार देने में समय नहीं लगता है। ट्रेनिंग के महत्व को हमेशा समझना चाहिए। तीस दिनों की पूरी ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद आप भी एक्सपर्ट बन सकेंगे। इस प्रशिक्षण में बिहार पुलिस रेडियो हेडक्वॉर्टर की पांच महिला और 35 पुरुष यानी कुल 40 वायरलेस जवान शामिल हैं। इस मौके पर नाइलिट के स्टाफ, शिक्षक सहित अन्य लोग मौजूद थे।