13 दिन में 18 मौतें, 1688 हुए पॉजिटिव
राजधानी में किस कदर कोरोना पांव पसार रहा है यह तेरह दिन के आंकड़ों से समझा जा सकता है।
लॉकडाउन मजबूरी :
- डरावने आंकड़े देखकर डीएम ने जिले में दोबारा लगाया लॉकडाउन
- कोरोना को खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग बिगाड़ रहे हालात
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पवन कुमार मिश्र, पटना : कोरोना का शिकंजा राजधानी पर किस कदर कस गया है, इसे 13 दिन के आंकड़ों से समझा जा सकता है। दो से 14 जुलाई के बीच सिर्फ पटना जिले में कोरोना से 18 मौतें हुई जबकि 1688 लोग संक्रमित हुए। हालात बेकाबू होते देख जिलाधिकारी कुमार रवि ने सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर की अनुशंसा पर सात दिन का लॉकडाउन कर दिया। वहीं आमजन अब भी लापरवाह हैं। जगह-जगह समूह बना आपस में बिना मास्क लगाए बातें करते लोग आसानी से देखे जा सकते हैं। सब्जी खरीदते समय ठेलेवाले के बिल्कुल पास जाए बिना खरीदारी पूरी नहीं हो रही है। अस्पताल में कोविड-19 की जांच कराने जा रहे लोग भी फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क पहनने की एहतियात नहीं बरत रहे हैं। सिविल सर्जन ने कहा-सिर्फ अपनी सुरक्षा करिए
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने कहा कि यदि हर शख्स सिर्फ अपनी सुरक्षा का ध्यान रखे तो कोरोना पटना से 15 दिन में कम हो जाए। बिना लक्षण वाले कोरोना से जो लोग संक्रमित हैं वे सेल्फ आइसोलेशन से ही ठीक हो जाएंगे। जिन लोगों की हालत बिगड़ेगी, उनके इलाज के लिए हमारे पास पर्याप्त साधन हैं। ------------------
तिथि, संक्रमित हुए, मौत, सैंपल
2 जुलाई, 90, 1 , 291
3 जुलाई,32, 1 , 47
4 जुलाई, 42, 2 , 88
5 जुलाई,37, 0 ,439
6 जुलाई, 70, 1 ,624
7 जुलाई, 202, 0 ,589
8 जुलाई, 176, 6 ,157
9 जुलाई, 75, 2 , 331
10 जुलाई, 133, 2 ,333
11 जुलाई, 176, 2 ,126
12 जुलाई, 227, 0 ,612
13 जुलाई 228, 0, 735
15 जुलाई 200, 1, 715