धनरुआ में 12 घंटे जाम, कई की छूटी जेईई एडवांस की परीक्षा
- पटना से शनिवार की रात झारखंड में परीक्षा देने जाने के लिए निकले थे सभी - बदहाल सड़क के कारण नदवां व नीमा के बीच फंस गई बसें हलकान रहे यात्री
पटना । राजधानी से लेकर आसपास के क्षेत्रों में भीषण जाम से लोग परेशान हैं। एनएच 83 की बदहाली का दंश रविवार को जेईई एडवांस के परीक्षार्थियों को झेलना पड़ा। शनिवार की देर शाम पटना से झारखंड के विभिन्न जगहों पर परीक्षा देने के लिए निकले कई छात्रों की परीक्षा जाम के कारण छूट गई। जाम का आलम यह था कि गाड़ियां शनिवार की रात साढ़े आठ से सुबह नौ बजे तक फंसी रहीं। रात भर परीक्षार्थी व यात्री डर के साये में रहे, लेकिन उन्हें देखने न तो पुलिस पहुंची और न ही प्रशासन का कोई अधिकारी। परीक्षार्थी व यात्री इस दौरान भूख से भी बिलबिलाते रहे।
परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई सोनम कुमारी, प्रतिमा कुमारी, अंजलि कुमारी, रीना कुमारी ने स्थानीय पुलिस व प्रशासन को खूब कोसा। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू तक निकल गए। सभी ने बताया कि रविवार को उनकी परीक्षा रांची में थी।
यात्रियों ने बताया कि खराब सड़कों पर मिट्टी डाल दी गई है। पहले से एक मिनी ट्रक फंसा हुआ था। चालक ने बस को किनारे से निकालने की कोशिश की तो वह भी फंस गया। इस कारण बाइक या साइकिल निकलने की जगह नहीं बची। चाहकर भी कोई कुछ नहीं कर पा रहा था। सूचना मिलने पर रविवार की तड़के नदवा पंचायत के मुखिया शकर कुमार पहुंचे। मुखिया ने बताया कि मसौढ़ी एसडीओ तथा डीएसपी को कई बार फोन किया गया, लेकिन वे रिसिव नहीं कर सके। थानेदार राजू कुमार ने बताया कि नौ बजे के करीब जेसीबी लगवाकर वाहनों को गढ्डों से निकलवाया गया। इसके बाद यातायात सुचारू रूप से शुरू हुई। पोठही से नदवां तक सड़क की हालत है बदतर
पोठही से नदवा के बीच सड़क की हालत बद से बदतर है। कब्जे के कारण नदवा और नीमा के बीच सड़क संकीर्ण हो गई है। कब्जा हटाने व सड़क मरम्मत कराने की दिशा में न नो प्रशासन पहल करता है और न ही जनप्रतिनिधि। दो महीने पूर्व पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल ने भी गया, जहानाबाद और पटना के डीएम से एनएच 83 पर कब्जा व जर्जर स्थिति की अद्यतन रिपोर्ट मांगी है। ------------------- -----------------