रेमडेसिविर और ऑक्‍सीजन सिलेंडर देने के नाम पर 11 राज्‍यों के लोगों से ठगी, बिहार में 11 अपराधी गिरफ्तार

Bihar Crime नालंदा व नवादा में ईओयू की टीम ने सभी को दबोचा 47 हजार नकद लैपटॉप व मोबाइल बरामद जरूरमंदों को जाल में फंसाकर इंजेक्शन और ऑक्सीजन दिलाने के नाम पर खाते में मंगा रहे थे रुपये

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:55 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 12:06 PM (IST)
रेमडेसिविर और ऑक्‍सीजन सिलेंडर देने के नाम पर 11 राज्‍यों के लोगों से ठगी, बिहार में 11 अपराधी गिरफ्तार
बिहार में पकड़े गए 11 जालसाज। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर दिलाने के नाम पर साइबर जालसाजी करने वालों पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईओयू की टीम ने नालंदा और नवादा जिले में दबिश देकर 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से 47 हजार नकद, दर्जन भर मोबाइल और लैपटॉप बरामद किया गया। ये अपराधी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, पं.बंगाल, असम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र और झारखंड के कई लोगों से ठगी कर चुके हैं।

आप भी कर सकते हैं ऐसे मामलों की शिकायत

बिहार सरकार ने ऐसे मामलों पर रोकथाम के लिए आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई (ईओयू) को जिम्‍मेदारी दी है। इओयू ने कोरोना के इलाज में इस्‍तेमाल होने वाले संसाधनों की कालाबाजारी की सूचना प्राप्‍त करने के लिए 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार है। आप भी यहां 0612-2215142 और 8544428427 नंबरों पर शिकायत कर सकते हैं।

रेमडेसिविर और इंजेक्‍शन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी

पूछताछ में पता चला कि गिरोह इंटरनेट मीडिया पर नजर रखता था और जरूरतमंदों को निशाने पर लेते हुए उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन दिलाने के नाम पर एडवांस में रकम वसूलने के बाद मोबाइल बंद देता था। इसके पूर्व शेखपुरा में एक विशेष अभियान चलाकर दो दर्जन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

ईओयू के साथ बातों में उलझ गया जालसाज

ईओयू ऐसे जालसाजों की गिरफ्तारी के लिए तकनीकी अनुसंधान में जुटी थी। इसी बीच नवादा के शाहपुर निवासी नीरज मालाकार एक कोरोना संक्रमित मरीज के स्वजन को फोन कर उसके साथ ठगी का प्रयास कर रहा था। पीडि़त ने फोन पर बात करने के दौरान दूसरे मोबाइल से ईओयू को जालसाज का नंबर दे दिया।

लोकेशन ट्रेस कर पहुंची पुलिस

पीडि़त ने जालसाज को बातों में उलझा रखा और उधर ईओयू की टीम उसका लोकेशन ट्रेस करने में जुट गई। जब तक जालसाज अपना मोबाइल नंबर बंद कर ठिकाना बदलता, लोकल थाना की मदद से टीम वहां पहुंच गई। नीरज को पुलिस ने मोबाइल और एक प्रिंट आउट कागजात के साथ गिरफ्तार कर लिया।

कई राज्यों के लोगों से ठगी

बरामद प्रिंट आउट में ई-वॉलेट के लिए मोबाइल नंबर, पीडि़त का नाम और पता के साथ किससे कितने रूपये की ठगी हो चुकी है इसका पूरा ब्यौरा लिखा था। अधिकांश से ठगी की रकम 15 सौ से 3000 का जिक्र किया गया था। प्रिंट आउट में दो दर्जन से अधिक लोगों का नाम था।

नवादा से इनकी हुई गिरफ्तारी

नवादा जिला से वारिसलीगंज थाना क्षेत्र निवासी युगल कुमार, धर्मेंद्र कुमार, नीतीश कुमार, अमित कुमार और धनंजय कुमार की गिरफ्तारी हुई। जबकि नीरज मालाकार को नवादा के शाहपुर ओपी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 12 मोबाइल बरामद हुआ। साथ ही एक प्रिंट आउट  मिला। जिस पर कई लोगों का नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज था। ऐसे कई साक्ष्य मिले, जिससे पता चला कि ये लोग जरूरतमंद लोगों को इंजेक्शन और ऑक्सीजन दिलाने के नाम पर दो से 20 हजार रुपये तक की ठगी कर चुके हैं। उन सिम कार्ड को भी बरामद किया गया है, जिससे यह लोग कॉल करते थे।

नालंदा के कतरीसराय से पकड़े गए पांच

नालंदा के कतरीसराय थाना क्षेत्र से गुड्डू चौधरी, राममोहित चौधरी, भोला मांझी, प्रमोद कुमार और बीरू की गिरफ्तारी हुई है। इनके पास से 47 हजार 250 रुपये, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और लैपटॉप बरामद हुआ है।

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