वन नेशन, वन राशन कार्ड : बिहार के 10,938 लोगों ने दूसरे प्रदेशों में लिया जनवितरण का राशन
1.75 करोड़ राशन कार्डधारियों में से 45 लाख परिवारों ने बिहार के दूसरे जिलों व शहरों में लिया लाभ। केंद्र सरकार ने लागू की एक देश एक राशन कार्ड योजना। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार इस स्कीम को लागू करने वाला देश का पहला राज्य है।
राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जून 2020 में लांच की गई वन नेशन, वन राशन कार्ड स्कीम (One Nation, One Ration Card Scheme) के तहत नौ महीने में बिहार के 10,938 लोगों ने दूसरे प्रदेशों में अपना राशन उठाया है। इसके साथ ही बिहार के कुल 1.75 करोड़ राशनकार्ड धारियों में से 45 लाख परिवारों ने अपने पैतृक निवास से इतर बिहार के अन्य जिलों व शहरों में राशन उठा कर इस योजना का लाभ लिया। इस स्कीम को सबसे पहले लागू करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है।
दमन और दीव तथा महाराष्ट्र में लिया योजना का लाभ
उन्होंने कहा कि इस वर्ष अप्रैल में 3,249 और मई महीने में 2,438 लोगों ने दूसरे राज्यों में राशन लिया है। दमन और दीव में काम करने गए 2,523 और महाराष्ट्र में 1,918 लोगों ने इस योजना का लाभ लिया। इसी प्रकार अप्रैल और मई महीने में बिहार में रह रहे दूसरे राज्यों के 327 प्रवासियों ने भी राशन का उठाव किया। इससे उन्हें काफी सहूलियत हुई है।
30 लाख लोगों को निर्गत किया गया राशन कार्ड
पिछले वर्ष राशन कार्ड के लिए आवेदन देने वाले प्रवासी मजदूरों के साथ 30 लाख लोगों को यहां राशनकार्ड निर्गत किया गया है। अब कोई भी राशनकार्डधारी किसी भी दूसरे राज्यों में प्रवास के दौरान राशन का उठाव कर सकता है। प्रवासी अपने राशन का एक हिस्सा दूसरे राज्यों में तो शेष हिस्सा अपने राज्य में भी उठा सकते हैं। दूसरे राज्यों में जितना राशन का उठाव होगा अगले महीने उतने राशन की उनके राज्य में कटौती कर ली जाएगी।
क्या है वन नेशन, वन राशन कार्ड स्कीम
गौरतलब है कि एक देश, एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष की थी। इसका उद्देश्य था कि राशन कार्डधारी अपने कार्ड के माध्यम से देश के किसी भी हिस्से में अपने हिस्से का राशन उठाव कर सकेंगे।