नवादा में नगर पंचायत से अपग्रेड होकर नगर परिषद बना वारिसलीगंज में सुविधा यथावत

नवादा। वारिसलीगंज नगर पंचायत को अपग्रेड कर नगर परिषद तो बना दिया गया है परंतु अपेक्षित सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया है। यही कारण है कि देश के स्तर पर स्वच्छता रैंकिग में पिछड़ा ही है जिले में भी सबसे नीचले पायदान पर है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 10:56 PM (IST)
नवादा में नगर पंचायत से अपग्रेड होकर नगर परिषद बना वारिसलीगंज में सुविधा यथावत
नवादा में नगर पंचायत से अपग्रेड होकर नगर परिषद बना वारिसलीगंज में सुविधा यथावत

नवादा। वारिसलीगंज नगर पंचायत को अपग्रेड कर नगर परिषद तो बना दिया गया है, परंतु अपेक्षित सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया है। यही कारण है कि देश के स्तर पर स्वच्छता रैंकिग में पिछड़ा ही है, जिले में भी सबसे नीचले पायदान पर है। वारिसलीगंज नगर का देश में रैंकिग 3789 है। जबकि जिले में हिसुआ, नवादा के बाद तीसरे स्थान पर है।

नगर आज भी एक वाहन पड़ाव, पार्क तथा मुकम्मल जल निकासी की व्यवस्था को तरस रही है। प्रदूषण उक्त दिनचर्या से त्रस्त नगर के लोगो को उत्तम स्वास्थ्य के लिए सुबह शाम व्यायाम एवं सैर सपाटे की आवश्यकता होती है। जिसके लिए नगर में एक भी पार्क नहीं है। नगर के लोग अपना मार्निंग वाक नेशनल इंटर स्कूल माफी का गढ़ मैदान एवं चीनी मिल फार्म की परती जमीन का उपयोग कर रहे हैं। नगर परिषद अपग्रेडेशन के बाद शहरी क्षेत्र के मुख्य पथों की सुबह की सफाई एवं कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू हुआ है। नगर क्षेत्र में पर्याप्त जमीन की अनुपलब्धता के कारण नगर में वाहन पड़ाव की कमी है। फलत: बाजार की घनी आवादी में मुख्य सड़क के फुटपाथों पर बस, आटो एवं अन्य छोटी बड़ी वाहनों का ठहराव किया जाता है। जिस कारण आम राहगीरों एवं आसपास के दुकानदारों को दिन भर धूल धुंआ का प्रदूषण झेलना पड़ता है। नगर क्षेत्र में कही कोई पार्क नहीं होने से एक दो घंटे परिवार संग घूम टहल करने वाले लोगो को किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं मिल पाती है। ------------------- जमीन की कमी से नहीं बन पाया है पार्क - कभी वारिसलीगंज नगर धरोहर रही 30 वर्षों से बंद मोहनी सुगर मिल क्षेत्र समेत आसपास के जिलों के लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र रहा था। लोग प्लान कर परिवार संग चीनी मिल तथा चीनी निर्माण प्रोसेसिग देखने आते थे। लेकिन मिल क्या बंद हुआ वारिसलीगंज में देखने एवं घूमने लायक स्थान समाप्त हो गया। नगर अधिकारी कहते हैं कि जमीन की कमी के कारण शहर में कही पार्क एवं वाहन पड़ाव नहीं बन पाया है। ------------------- क्या कहते हैं नगर कार्यपालक -वारिसलीगंज नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी उपेन्द्र कुमार सिन्हा कहते हैं कि नगर परिषद में अपग्रेडेशन बाद वारिसलीगंज संपूर्ण नगर क्षेत्र की सुबह सफाई के लिए 95 दैनिक सफाई कर्मचारी सेवा दे रहे हैं। जबकि रात्रि में सिर्फ बाजार का ब्यवसायिक क्षेत्रों की सफाई के लिए 28 सफाई कर्मी प्रति दिन कार्य कर रहे हैं। कचरा प्रबंधन को ले नगर के वार्ड संख्या 17 साम्बे गांव में एमआरएफ सेंटर बनाया गया है। जहां प्रति दिन संग्रह सूखा एवं गिला कचरा को बीनकर उससे कंपोस्ट बनाकर बिक्री किया जा रहा है।

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