पटना-रांची पथ पर सफर मुश्किल, जाम में कराह रहे यात्री
नवादा इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर सफर करना मुश्किल हो गया है। आलम यह है कि जाम में फंस कर यात्री कराहते नजर आ रहे हैं। उमस भरी गर्मी में महिलाओं बच्चों व बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नवादा : इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर सफर करना मुश्किल हो गया है। आलम यह है कि जाम में फंस कर यात्री कराहते नजर आ रहे हैं। उमस भरी गर्मी में महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम की मुख्य वजह रजौली-बख्तियारपुर फोरलेन निर्माण है। सड़क निर्माण को लेकर जगह-जगह डायवर्सन बनाया गया है। डायवर्सन कम चौड़ा होने के चलते जाम लग रहा है। विशेषकर नवादा बाइपास में सद्भावना चौक पर जाम की समस्या विकराल बनी है। लोगों को नवादा से गया, कोडरमा, पटना का सफर करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। रविवार को सद्भावना चौक पर जाम के चलते वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। रक्षाबंधन के अवसर पर एक-दूसरे से मिलने जा रहे भाई-बहन जाम में फंसे रहे। स्थिति यह थी कि चार-पांच किलोमीटर वाहनों की कतार लगी रही। जहां से गुजरना लोगों के लिए पहाड़ साबित हुआ। कई घंटों तक लोग बिलबिलाते रहे। भूख-प्यास के चलते लोगों की हालत खराब हो रही थी। वाहन सरपट दौड़ने के बजाए रेंगते रहे।
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चौराहे पर पर्याप्त संख्या में पुलिस नहीं
- सद्भावना चौक से होकर बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं। यात्री वाहनों के अलावा भारी वाहनों का भी आवागमन होता है। लेकिन इस पर परिचालन को सामान्य रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई है। यात्रियों का कहना है कि फोरलेन निर्माण हो रहा है तो कार्य पूरा होने तक कुछ मुश्किलें स्वभाविक हैं। लेकिन व्यवस्थित ढंग से अगर वाहनों का परिचालन कराया जाए तो लोगों को जाम से ज्यादा नहीं जूझना पड़ेगा। चंद पुलिसकर्मी ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक को सुचारू नहीं करवा पा रहे हैं। लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए समस्या समाधान कराने की मांग की है।
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तीन राज्यों को जोड़ती है एनएच 31
- गौरतलब है कि एनएच 31 जिले की काफी महत्वपूर्ण पथ है। यह तीन राज्यों को आपस में जोड़ने वाली लंबी सड़क मार्ग है। असम, बिहार से लेकर झारखंड को यह पथ सीधे तौर पर जोड़ती है। साथ ही इस पथ से होकर लोग बंगाल का भी सफर करते हैं। फलस्वरुप काफी संख्या में यात्री वाहनों का परिचालन होता है। इसके अलावा बड़ी संख्या में भारी वाहनों का भी आवागमन होता है। वाहनों का अधिक भार रहने के कारण इस मार्ग में थोड़ी सी भी समस्या आने पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।