डकैती व व्यवसायी पुत्र हत्याकांड में छह गिरफ्तार, भेजे गए जेल

नवादा नगर के पार नवादा बुंदेलखंड सहायक थाना क्षेत्र के डोभरापर मोहल्ले में डकैती और हत्या मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 10:20 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 06:11 AM (IST)
डकैती व व्यवसायी पुत्र हत्याकांड में छह गिरफ्तार, भेजे गए जेल
डकैती व व्यवसायी पुत्र हत्याकांड में छह गिरफ्तार, भेजे गए जेल

नवादा: नगर के पार नवादा बुंदेलखंड सहायक थाना क्षेत्र के डोभरापर मोहल्ले में डकैती और हत्या मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। पकडे गए अपराधियों में डोभरापर मोहल्ला निवासी उमेष चौधरी का बेटा राहुल कुमार, विजय चौधरी का बेटा सन्नी कुमार, मोगलाखार के कलीम अंसारी का बेटा मो इस्लाम अंसारी व मो हुसैन का बेटा मो बबलू, भदौनी के षिवबालक यादव का बेटा बल्मा उर्फ बल्लम कुमार तथा अकबरपुर थाना क्षेत्र के करम गांव का राजो राजवंषी का बेटा सरगुन राजवंषी शामिल है।

एसपी हरि प्रसाथ एस ने बताया कि घटना के राजफाष और अपराधियों की गिरफतारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था। घटनास्थल पर बारीकी से जांच के लिए श्वान दस्ता बुलाया गया था। डीआइयू के साथ ही श्वान दस्ता ने अपराधियों तक पहुंचने में बढत दिलाई। सबसे पहले उसी मोहल्ले के ही राहुल को पकडा गया। उसके घर से घटना में प्रयुक्त खून लगा फसुली, खून लगा कपडा बरामद हुआ।

----------------

राहुल की निशानदेही पर अन्य अपराधी गिरफतार

- राहुल की निशानदेही पर कई अन्य अपराधियों को गिरफतार किया गया। एसपी ने बताया कि सरगुन भी फिलहाल डोभरापर मोहल्ला में ही रह रहा था। जिसे गिरफतार किया गया। उसके घर से लूटे हुए रूपये, गहने आदि बरामद हुए। उसी मोहल्ले के सन्नी को हथियार के साथ गिरफतार किया गया। इसे हिसुआ थाना क्षेत्र से गिरफतार किया गया। फलस्वरूप हथियार बरामदगी के मामले में हिसुआ थाने में सन्नी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अन्य अपराधियों को भी हथियार के साथ गिरफतार किया गया है। एसपी ने बताया कि सभी अपराधियों को रिमांड पर लिया जाएगा।

------------------

रौशन ने लिया था पहचान, इसलिए कर दी थी हत्या : घर में डकैती के लिए घुसने पर व्यवसायी का बेटा राहुल उन अपराधियों को पहचान लिया था। मोहल्ले का होने के चलते अपराधियों को वह आसानी से पहचान गया था। फलस्वरूप उन अपराधियों ने गला रेतकर उसकी हत्या कर दी थी। ताकि वे सभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सकें। लेकिन श्वान दस्ता ने सारा खेल ही बिगाड़ दिया और सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।

chat bot
आपका साथी