सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी में दो करोड़ रुपये का जुर्माना, प्राथमिकी दर्ज

नवादा। रजौली से बख्तियारपुर राजमार्ग 31 को फोरलेन बनाने में जुटी मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी पर बिजली चोरी के मामले में दो करोड़ रुपये का जुर्माना करते हुए प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई गई है। बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप में छापेमारी के दौरान अवैध रूप से बिजली उपयोग करते पाए जाने के बाद उक्त कार्रवाई की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:58 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:58 PM (IST)
सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी में दो करोड़ रुपये का जुर्माना,  प्राथमिकी दर्ज
सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी में दो करोड़ रुपये का जुर्माना, प्राथमिकी दर्ज

नवादा। रजौली से बख्तियारपुर राजमार्ग 31 को फोरलेन बनाने में जुटी मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी पर बिजली चोरी के मामले में दो करोड़ रुपये का जुर्माना करते हुए प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई गई है। बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप में छापेमारी के दौरान अवैध रूप से बिजली उपयोग करते पाए जाने के बाद उक्त कार्रवाई की गई। कुल 2 करोड़ 46 हजार 204 रुपया का जुर्माना लगाया है। विद्युत कार्यपालक अभियंता के निर्देश पर सहायक विद्युत अभियंता द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

बताया गया कि 22 अक्टूबर को बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता यासिर हयात, सहायक विद्युत अभियंता अम्बरीश कुमार, कनीय विद्युत अभियंता भागीरथ झा ने फोरलेन निर्माण कंपनी के बेस कैंप में छापेमारी की। इस दौरान बिना मीटर लगाए अवैध रूप से बिजली जलाते पाया गया। जांच टीम के द्वारा बिजली चोरी का वीडियोग्राफी भी किया गया है, जिसे थाने में दिए गए लिखित आवेदन में संलग्न किया गया है।

सहायक विद्युत अभियंता ने बताया कि बिजली चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गावर कंपनी में बिजली विभाग के द्वारा एक ट्रांसफार्मर लगाया गया था। जिससे पूरे प्लांट में बिजली चालू थी। लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा प्लांट के पिछले हिस्से में 200 केवी का दो ट्रांसफार्मर फिर से लगाया गया, जिसके लिए बिजली विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। अपनी ही इच्छा से कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा 11 हजार लाइन से उसमें कनेक्शन करके बिजली जलाया जा रहा था। इसी मामले में कंपनी पर कार्रवाई की गई है। बताते चलें कि मेसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे अपना बेस कैंप बना रखी है। जहां फोरलेन निर्माण करने की कई सामग्री व मशीनरी रखा हुआ है। वहां पर उनके दर्जनों कर्मी भी दिन रात काम करते हैं और रहते भी हैं। कंपनी हरदिया से खराट मोड़ तक दूसरे फेज का फोरलेन का निर्माण कार्य करा रही है। आखिर सवाल यह है कि फोर लेन निर्माण करने वाली इतनी बड़ी कंपनी बिजली चोरी करने की जरूरत क्यों पड़ी।

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