कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने को रहना है पूरी तरह सतर्क
नवादा सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को जिलाधिकारी यश पाल मीणा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
नवादा : सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को जिलाधिकारी यश पाल मीणा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि महामारी के संभावित तीसरी लहर से जिलेवासियों को सुरक्षा प्रदान करने हेतु हमें पूरी तरह से सतर्क एवं सावधान रहना है। रजौली स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में 25 जुलाई और सदर अस्पताल परिसर में 30 जुलाई तक ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर प्लांट को स्थापित करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार का विलंब नहीं हो। पीएसए प्लांट ऑपरेट करने हेतु एक्सपर्ट की व्यवस्था करने एवं बड़े जनरेटर सेट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल परिसर में फ्री फाइबर स्ट्रक्चर का निर्माण कर बड़ा वार्ड बनाया जाएगा। उन्होंने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि 20 जुलाई तक ध्वस्त किए गए पुराने भवन के मलबा हर हाल में साफ करना सुनिश्चित करें। ऑक्सीजन सिलेंडर के रखरखाव एवं रेगुलेटर क्रियाशील रखने, सीटी स्कैन मशीन की व्यवस्था, एक्सरे मशीन, पोर्टल एक्सरे मशीन को क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया।
-------------
ओढ़नपुर में बनेगा आरटीपीसीआर लैब
- डीएम ने तीसरी लहर के मद्देनजर पीएचसी की व्यवस्था को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी में 15-15 बेड लगाए जाएं। इसके अलावा 15 ऑक्सीजन सिलेंडर, कोविड मैटेरियल, डॉक्टर्स की व्यवस्था, एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सदर प्रखंड के ओढ़नपुर गांव में आरटीपीसीआर लैब स्थापित किया जाएगा। साथ ही ट्रूनेट टेस्टिग भी किए जाएंगे। उन्होंने पीएचसी स्तर पर बायो केमिस्ट वेस्टेज को स्थाई चिन्हित जगह पर डिस्पोजल करने का निर्देश दिया।
--------------
डायरिया को लेकर रहें सतर्क
- सिरदला प्रखंड के चैली गांव में डायरिया प्रकोप से निपटने के लिए सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता पीएचइडी की कमेटी बनाई गई है। इन क्षेत्रों में पीने का शुद्ध पानी, दवा का छिड़काव, ओआरएस एवं जिक खुराक का वितरण सुनिश्चित करने एवं घर घर के सभी लोगों की जांच की जाएगी। ताकि डायरिया के प्रकोप से सभी लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जा सके। एक सप्ताह के भीतर सदर अस्पताल परिसर में जीविका दीदी की रसोई घर को चालू करने का निर्देश दिया गया है। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. निर्मला कुमारी, एसीएमओ डॉ. अखिलेश कुमार मोहन, डीआइओ डॉ. अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।