नवादा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बढ़ा देती है अग्निशमन वाहन की दूरी

नवादा नवादा जिले की आबादी 25 लाख से ज्यादा हो गई है। इस बड़ी आबादी को विषम परिस्थितियों में जान-माल का होने वाला संभावित नुकसान से बचाव अग्निशमन विभाग की बड़ी भूमिका होती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:55 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:55 PM (IST)
नवादा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बढ़ा देती है अग्निशमन वाहन की दूरी
नवादा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बढ़ा देती है अग्निशमन वाहन की दूरी

नवादा : नवादा जिले की आबादी 25 लाख से ज्यादा हो गई है। इस बड़ी आबादी को विषम परिस्थितियों में जान-माल का होने वाला संभावित नुकसान से बचाव अग्निशमन विभाग की बड़ी भूमिका होती है। खासकर अगलगी की स्थिति में तो दमकल और दमकलकर्मी सबसे बड़े संकटमोचक साबित होते हैं। लेकिन नवादा शहर की अपनी अलग कहानी है। यहां ट्रैफिक व्यवस्था मिशन में बाधक बनती है। विभाग के अधिकारी कहते हैं कि नवादा में अग्निशमन विभाग का दफ्तर बीच शहर में है। दिन में घटना होने पर वाहन जाम में फंसता है। इस कारण 15 मिनट की दूरी घंटे भर में तय हो पाती है। जाम की समस्या मिशन में बाधक बनता है। ------------------- 14 वाहन हैं उपलब्ध नवादा जिले में कुल 19 दमकल उपलब्ध है। इसमें 3 नवादा मुख्यालय, 02 रजौली अनुमंडल और 09 थाना में एक-एक वाहन है। इसमें नवादा में 5000 लीटर क्षमता का एक, 2500 लीटर क्षमता का दो और 300-400 लीटर क्षमता का 11 वाहन है। नवादा मुख्यालय में 1 बड़ा, एक मंझोला और एक छोटा वाहन है। सभी थाना में 300-400 लीटर क्षमता का वाहन है। विभाग में तीन पदाधिकारी सहित 36 कर्मी कार्यरत है। सभी थाना के वाहनों के साथ एक चालक और दो-दो गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति है। ------------------- मंझोले वाहन की है दरकार -नवादा जिले में दमकल कर्मियों को काम करने बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। जिला मुख्यालय में उपलब्ध एक मात्र बड़ी वाहन में करीब 5000 लीटर पानी का स्टोरेज होता है। लेकिन यह वाहन गांव देहात में घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाती है। वहीं उपलब्ध 11 मिनी दमकलों में पानी का स्टोरेज इतना कम होता है कि बहुत फायदा गांव-देहात में अगलगी की स्थिति में नहीं हो पाता है। मिनी दमकल में महज 300-400 लीटर पानी स्टोरेज की क्षमता का है। 2500 लीटर मंझोले दो वाहन जो कि एक नवादा व एक रजौली में उपलब्ध है, जिले में ज्यादा कामयाब है। ऐसे में जिले में मंझोले दमकल यानि 2500लीटर की क्षमता का अतिरिक्त वाहन की जरूरत विभाग के कर्मी व अधिकारी महसूस कर रहे हैं। ----------------- रिक्त पदों को भरना जरूरी - जिले के अग्निशमन विभाग में हवलदार की कमी है। हवलदार व चालक के पद रिक्त हैं। नवादा मुख्यालय में एक भी हवलदार नहीं हैं। ऐसे में काम में मुश्किलें आती है। -------------------- घंटी बजते ही पांच मिनट में रेडी हो जाते हैं दमकलकर्मी - नवादा में कार्यरत चालक सरोज पासवान बताते हैं कि हमलोग हमेशा अलर्ट पर रहते हैं। आग लगने की सूचना मिलते ही पांच मिनट के अंदर वाहन यहां से खुल जाती है। टेलीफोन या मोबाइल पर जैसे ही मैसेज मिलता है, बाहर लगी घंटी बजा दी जाती है। घंटी की आवाज सुनकर उपर बैरक से कर्मी तत्काल नीचे आ जाते हैं और वाहन गंतव्य के मिशन पर रवाना हो जाती है। ------------------ कहते हैं अधिकारी नवादा जिले में अधिकांश अगलगी की घटना खेत-खलिहानों में होती है। घर-मकान में आग लगने के मामले कम आते हैं। जिले में औसतन प्रतिमाह 10 घटनाएं सामने आती है। हमारे जवान पुरी मुश्तैदी से उसपर काबू पाते हैं। गांवों में आग लगने पर मंझोले किस्म के वाहन की कमी महसूस होती है। सोम बहादुर तमांग, जिला अग्निशमन पदाधिकारी। ----------------- नवादा जिले में कुल वाहन-14 मुख्यालय नवादा- 03 वारिसलीगंज थाना -01 कौआकोल थाना-01 रोह थाना-01 नरहट थाना-01 नारदीगंज थाना-01 हिसुआ थाना-01 -------------- रजौली अनुमंडल- 02 गोविदपुर थाना-01 सिरदला थाना-01 अकबरपुर थाना-01 ----------------- पदाधिकारी-03, नवादा-02, रजौली-01 कार्यरत बल - 33 गृह रक्षकों की सेवा- 18 -------------------- 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी-2219124 क्षेत्रफल- 2494 वर्ग किलोमीटर। अनुमंडल-02 प्रखंड व अंचल-14 ग्राम पंचायत-187 नगर क्षेत्र- 03 कुल थाना- 21 राजस्व गांव-10 99 मकान की कुल संख्या- 3,37,353 नवादा जिले में औसत घटना- 10 प्रतिमाह।

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