महंगाई के खिलाफ वामदलों ने निकाला प्रतिवाद मार्च
नवादा कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ वामदलों ने बुधवार को शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला। अंबेडकर पार्क से मार्च निकाला गया। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए प्रजातंत्र चौक पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। शहर भ्रमण के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
नवादा : कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ वामदलों ने बुधवार को शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला। अंबेडकर पार्क से मार्च निकाला गया। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए प्रजातंत्र चौक पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। शहर भ्रमण के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। दो सौ रुपये करूआ तेल-यह देखो मोदी का खेल, डीजल-पेट्रोल व रसोई गैस में बेतहाशा मूल्य वृद्धि को वापस लो आदि नारे लगाए गए। साथ ही कोरोना महामारी से मृतकों के स्वजनों को चार लाख रूपये मुआवजा देने, खाद्य सहित सभी आवश्यक वस्तुओं व दवाओं के मूल्य को नियंत्रित करने, कालाबाजारी व जमाखोरी पर रोक लगाने, इनकम टैक्स के दायरे से बाहर सभी परिवारों को अगले छह माह तक प्रति परिवार 75 सौ रूपये प्रति माह गुजारा भत्ता व प्रति व्यक्ति दस किलो की दर से चावल, गेहूं के अलावा दाल तेल चीनी मसाला चाय आदि देने की मांग की गई। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव नरेन्द्र प्रसाद सिंह, माकपा के जिला सचिव नरेशचंद्र शर्मा, भाकपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह ने संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कोविड भरे दौर में कमरतोड़ महंगाई से आम जनता जूझ रही है। प्रधानमंत्री आपदा को अवसर में बदलने का मतलब आवश्यक वस्तु अधिनियम को समाप्त कर देश को पूंजीपतियों के हाथों बेच देना चाहते हैं। यह देश के लिए दुर्भाग्य साबित होगा। डीजल-पेट्रोल में बेतहाशा महंगाई के चलते खाने- पीने की वस्तुओं का दाम आसमान छू रही है। गरीब आम आदमी को जीना दूभर हो गया है। नेताओं ने लोगों को समय रहते विरोध की आवाज बनने के लिए मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कसकर सड़क पर उतरने का आह्वान किया। मौके पर भाकपा माले सह इनौस प्रभारी भोला राम, खेग्रामस सचिव अजीत कुमार मेहता, सुदामा देवी, प्रफुल पटेल, सावित्री देवी, दिलीप कुमार, किशोरी प्रसाद, सुधीर राजवंशी, मेवालाल राजवंशी, जगदीश प्रसाद चौहान, इनौस के अनुज प्रसाद, माकपा के उमेश प्रसाद, रामयतन सिंह, दानी विद्यार्थी, बैजनाथ सिंह, जगदीश यादव, भाकपा के राजेन्द्र वर्मा, राजेन्द्र मांझी, ललन सिंह, तिलक यादव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।