चुनावी मोड में नेता से मतदाता तक , कोरोना का भय बेअसर

संसू वारिसलीगंज प्रखंड में चुनावी हलचल बढ़ते ही नेता से लेकर कार्यकर्ता और मतदाता चुनावी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 06:56 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:13 AM (IST)
चुनावी मोड में नेता से मतदाता तक , कोरोना का भय बेअसर
चुनावी मोड में नेता से मतदाता तक , कोरोना का भय बेअसर

संसू, वारिसलीगंज : प्रखंड में चुनावी हलचल बढ़ते ही नेता से लेकर कार्यकर्ता और मतदाता चुनावी मोड में आ चुके हैं। सबकी निगाहें अब चुनाव आयोग की घोषणा पर जा टिकी है कि कब चुनाव की तिथियों की घोषणा की जाती है। वहीं प्रखंड कार्यालयों में बैठे बाबू से लेकर मुखिया और पंसस के प्रतिनिधि आदर्श आचार संहिता लागू होने पहले विकास कार्यों की योजनाओं को जल्दी जल्दी स्वीकृति लेने को ले मनरेगा से लेकर अन्य कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। जबकि चुनावी जंग में जोर आजमाइश करने की मंशा पाल रखे नेताजी अपने कार्यकर्ताओं की टोली को एकत्रित करने में जुटे हैं। प्रखंड स्तर के कार्यकर्ता इस आस में हैं कि उनके समर्थक प्रत्याशी को किसी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी से टिकट मिलता है या नहीं। कुछ बड़े दल के नेता अपने समर्थकों को साथ लेकर हर दो दिन पर पटना की दौड़ लगा रहे हैं ताकि संबंधित दल के आलाकमान उन्हें टिकट के लायक समझकर प्रत्याशी की सूची में उनका नाम जोड़ सके। वैसे एनडीए गठबंधन भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ता संतुष्ट हैं कि उनके चहेते को टिकट मिलना लगभग तय है। जबकि एनडीए का प्रमुख घटक जेडीयू में कई चेहरे ऐसे हैं जो दो तीन वर्ष पहले से गांव देहातों तक अपना टिकट मिलना तय बता कर भ्रमण करने में लगे थे। दूसरी ओर महागठबंधन के घटक दल राजद और कांग्रेस के बड़े व छोटे एक दर्जन कार्यकर्ता टिकट के लिए भागदौड़ करने में जुटे हैं। लेकिन धीरे धीरे टिकट के दावेदारों की धूंध छंट रही है। तब उन्हें एक ही रास्ता दिखाई दे रही है कि अब उनके समक्ष स्वतंत्र रूप से प्रत्याशी बनने का विकल्प शेष है। क्षेत्र के लोग अब टकटकी लगाए हैं किस गठबंधन से कौन और कौन- कौन निर्दलीय प्रत्याशी बनकर चुनावी जंग में हिस्सेदार बनते हैं।

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