सीएससी केंद्रों पर श्रमिकों का मुफ्त बनेगा ई-श्रम कार्ड

हिसुआ। कोरोना संक्रमण की वजह से लगाए गए लॉडाउन का जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा। गरीब श्रमिकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है अब इनका ई-श्रम कार्ड बनेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 11:42 PM (IST)
सीएससी केंद्रों पर श्रमिकों का मुफ्त बनेगा ई-श्रम कार्ड
सीएससी केंद्रों पर श्रमिकों का मुफ्त बनेगा ई-श्रम कार्ड

हिसुआ। कोरोना संक्रमण की वजह से लगाए गए लॉडाउन का जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा। गरीब श्रमिक वर्ग के लोग इससे ज्यादा प्रभावित हुए। इसको देखते हुए केंद्र सरकार श्रमिकों का डाटा एकत्रित करने का काम शुरू कर रही है। परिवार पहचान पत्र और आधार कार्ड की तर्ज पर अब असंगठित श्रमिकों के यूनिक लेबर कार्ड बनाए जाएंगे। इस कार्ड से उन्हें रोजगार की तलाश में आसानी होगी। इसके तहत श्रमिकों को स्वयं को पंजीकृत कराना होगा। जिसके बाद उन्हें एक विशेष आईडी मिलेगी। यह आईडी उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करेगी।

26 अगस्त से सभी सीएससी सेंटर पर असंगठित श्रमिकों का नि:शुल्क पंजीयन शुरू हो गया है। 16 से 59 साल के आयु वाले हर असंगठित मजदूरों का ई श्रम कार्ड बनाने के लिए शुक्रवार को नगर के विश्वशांति चौक स्थित कोऑपरेटिव मार्केट में सीएससी के जिला मैनेजर प्रज्ञा कुमारी, श्रम प्रर्वतन पदाधिकारी अरुण कुमार व सेंटर के संचालक कुमार सोनु ने संयुक्त रुप से फीता काटकर सीएससी सेंटर का उद्घाटन किया। श्रम पदाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि भारत के असंगठित 38 करोड मजदूरों का नि:शुल्क ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य केंद्र सरकार का है। जबकि इसी तरह बिहार के 3 करोड 49 लाख असंगठित मजदुरों का ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य है। बताया कि भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के निर्देश पर किया जा रहा है। जिसके तहत मजदूरों को एक 12 अंकों का विशिष्ट पहचान संख्या मुहैया कराया जाएगा। जिससे आने बाले समय में इससे लाभांवित होंगे। मौके पर क्षेत्र के श्रमिक पवन कुमार, राजकुमार, धीरेंद्र शर्मा , दिनेश रविदास, अशोक दास, प्रेम कुमार, दीपक कुमार, निरंजन कुमार आदी लोगों ने अपना ई-श्रम कार्ड बनवाया। इन लोगों को मिलेगा लाभ :

मजदूर ईपीएफओ, ईएसआइसी के सदस्य नहीं होने चाहिए। आयकरदाता भी इसके सदस्य नहीं हो सकते। बताया कि छोटे किसान, कृषि क्षेत्र में लगे मजदूर, पशुपालक, मछली विक्रेता, मोची, ईंट, भट्ठों पर काम करने वाले, घरों में काम करने वाले, रेहड़ी-फड़ी वाले, न्यूजपेपर वेंडर, कारपेंटर,, प्लंबर, रिक्शा व ऑटो रिक्शा संचालक, मनरेगा वर्कर, दूध विक्रेता, स्थानांतरित लेबर,चाय विक्रेता व ऐसे मजदूर जो कि किसी संगठन के साथ नहीं जुड़े हैं सभी यूनिक आईडी बनवा सकते हैं। ऐसे बनेगा ई-श्रम कार्ड :

सीएससी केंद्रों पर बनने वाले ई श्रम कार्ड के लिए मजदूरों को आधार कार्ड, बैंक पास बुक और खुद का मोबाइल नंबर लेकर सीएससी सेंटर पर जाना होगा। इसके बाद संचालक मोबाइल के ओटीपी, बॉयोमेट्रिक और आइरिस सत्यापन के बाद लेबर कार्ड उपलब्ध करा देगा। ई-श्रम कार्ड निशुल्क बनेगा। बताया कि इसके तहत निशुल्क दुर्घटना बीमा का भी मिलेगा लाभ मिलेगा।

शिक्षा ग्रहण करने योग हर बच्चे को विद्यालय भेजें

रजौली। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा रजौली प्रखंड के हरदिया पंचायत के बालमित्र ग्राम न्यू सिगर और पुरानी हरदिया में बच्चों महिलाओं और पुरुषों के साथ जन चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित सभी ग्रामीणों के साथ हमारा बालमित्र ग्राम जो कैलाश सत्यार्थी जी की दूरदर्शी सी सोच है उस पर विस्तार से चर्चा किया गया। इस दौरान लोगों ने एक स्वर में शपथ ले जाकर शिक्षा ग्रहण करने योग्य सभी बच्चे स्कूल में होंगे इसके अलावा शिक्षा अधिकार अधिनियम एवं विस्तार में चर्चा किया गया। इसके बाद उपस्थित सभी लोगों के गांव की गलियों में मार्च निकालकर लोगों को जागरुक किया गया। इस इस कार्यक्रम में संगठन से शशिकांत मेहता शत्रुघ्न मिश्रा आनंदी कुमार उपस्थित थे।

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