नवादा में यूरिया खाद नहीं मिलने पर किसानों ने किया राजमार्ग को जाम

रजौली। रजौली के अर्चना नगर स्थित बिस्कोमान भवन में मंगलवार को खाद लेने पहुंचे किसानों ने हंगामा किया। किसानों ने रोड को जाम कर बवाल किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 12:28 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 12:28 AM (IST)
नवादा में यूरिया खाद नहीं मिलने पर किसानों ने किया राजमार्ग को जाम
नवादा में यूरिया खाद नहीं मिलने पर किसानों ने किया राजमार्ग को जाम

रजौली। रजौली के अर्चना नगर स्थित बिस्कोमान भवन में मंगलवार को खाद लेने पहुंचे किसानों ने हंगामा करते पटना-रांची राजमार्ग 31 को जाम कर दिया। खाद नहीं मिलने से नाराज किसानों ने ऐसा किया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जाम को हटवाया।

किसानों ने बताया कि खाद लेने के लिए सुबह 3 बजे से ही लाइन में लग जाते हैं। बिस्कोमान के मैनेजर अपने निर्धारित समय पर कार्यालय आने के बाद भी सही से वितरण नहीं करते हैं। विरोध में सड़क जाम किया गया है। वहीं बिस्कोमान मैनेजर अमित कुमार ने बताया कि सोमवार से किसानों के बीच कूपन सिस्टम से खाद का वितरण किया जा रहा है। सोमवार को 1 से 300 कूपन संख्या के लोगों को खाद दिया गया। मंगलवार को कूपन संख्या 301 से 600 तक के लोगों के बीच खाद का वितरण किया जाना था। जबकि कूपन के अलावे भी बहुत सारे किसान बिस्कोमान पहुंच कर खाद लेने के लिए हंगामा करने लगे।और एनएच-31 को जाम कर दिया। सूचना के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने एएसआइ निरंजन सिंह के साथ पुलिस बल भेजकर सड़क जाम को हटवाया गया। कूपन प्राप्त किसानों को लाइन में लगाकर खाद का वितरण शुरू कराया।

साथ ही बिना कूपन वाले किसानों के बीच कूपन वितरण किया गया। बिस्कोमान मैनेजर ने बताया कि बुधवार को कूपन संख्या 601 से 900 तक के किसानों के बीच खाद वितरण किया जाएगा। वहीं 901 कूपन संख्या से लेकर 1200 तक के किसानों के बीच गुरुवार को खाद वितरण किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील किया कि वे अपने कूपन संख्या के अनुसार ही बिस्कोमान खाद लेने आएं एवं शांतिपूर्ण तरीके से खाद प्राप्त करें। वहीं थानाध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 को जाम करने वाले असमाजिक तत्वों की पहचान की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बिजली का तार गिरने से मवेशी की मौत

रजौली। थाना क्षेत्र के चौथा गांव में सोमवार की शाम तेज गर्जना के साथ बारिश के दौरान बिजली प्रवाहित तार गिर जाने से एक मवेशी की मौत हो गई। मवेशी की मौत के बाद किसान के घर में मातम पसर गया। घटन किशुन यादव के घर के समीप हुआ। गौशाला में बंधा बैल की मौत हुई। 11 वोल्ट वाहक तार के टूटकर गिरने से हादसा हुआ। घटना के बाद लोगों ने बिजली विभाग के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि तार झूलने की बात विगत एक सप्ताह से लगातार बिजली विभाग के कनीय अभियंता दी जा रही थी। लेकिन, उनके द्वारा तार बदलने का कोई प्रयास नहीं किया गया। जिसका नतीजा सोमवार को बैल की मौत के रूप में सामने आया। विद्युत विभाग के कनीय अभियंता भागीरथ कुमार झा ने बताया कि बरसात के दिनों में 11 हजार का तार कभी-कभी गिर जाती है। दुर्घटना के बाद मवेशी के लिए मुआवजे के रूप में किसान को 10 हजार रुपये से लेकर 30हजार रुपये तक दिए जाते हैं। वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के उपरांत जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

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