कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को नारदीगंज सीएचसी में बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं

नवादा कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य महकमा सजग व सतर्क है। नारदीगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुक्कमल व्यवस्था की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:36 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को नारदीगंज सीएचसी में बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को नारदीगंज सीएचसी में बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं

नवादा : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य महकमा सजग व सतर्क है। नारदीगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुक्कमल व्यवस्था की जा रही है। जरूरी दवाईयों से लेकर अन्य साधन-ंसंसाधन जुटाए जा रहे हैं। हालांकि, इसमें अड़चनें भी बहुत है। पिछले लहर में उपलब्ध सुविधाओं में ज्यादा विस्तार नहीं हुआ है। सिर्फ दो कंसनटेटर की बढ़ोत्तरी हुई है। बेड, एंबुलेंस की स्थिति यथावत है। संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों के बावत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अखिलेश प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। जहां चिकित्सक व कर्मी रोस्टर के अनुसार से रखे जाएंगे। पर्याप्त ऑक्सीजन, एम्बुलेंस,दवा की उचित व्यवस्था की जा रही है। दवा की कमी होने पर जिले से दवा की मांग भी किया जायेगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कोविड से बचाव का सबे बड़ा जरिया वैक्सीन है। अधिक से अधिक लोग अपना वैक्सीनेशन कराएं इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। रोगियों की सेवा के लिए इस अस्पताल में पांच चिकित्सक, 29 नर्स व 5 जीएनएम पदस्थापित है। कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन सिलेंडर 15,ऑक्सीजन कंसनटेटर 2 के अलावा थर्मो स्केनर 5,पल्स ऑक्सीमेटर 5 की व्यवस्था रखी गयी है। इस केंद्र में रोगी को लाने व ले जाने के लिए एम्बुलेंस वाहन एक है। जिसे दो करने की तैयारी है। ताया गया कि अप्रैल 2021 से 21 जुलाई तक एंटीजन कीट के माध्यम से 15 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई है। वहीं 4 हजार से ज्यादा लोगों को आरटीपीसीआर से 4 हजार लोगों को सैम्पल जांच के लिए लिया गया है। फिलहाल प्रतिदिन एंटीजन कीट के माध्यम से 100 से अधिक लोगों को कोरोना जांच चल रहा है,और आरटीपीसीआर के माध्यम से 100 लोगों को सैंपल की जांच की जा रही है। गांव-गांव जाकर एएनएम व स्वास्थ्य कर्मी के माध्यम से जांच व टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है।

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