डीएम ने शिशु गहन चिकित्सा इकाई का किया उद्घाटन

नवादा । रजौली प्रखंड मुख्यालय स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में शनिवार को डीएम यशपाल मीणा ने 50 बेड के शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र (पीकू) का उद्घाटन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:37 PM (IST)
डीएम ने शिशु गहन चिकित्सा इकाई का किया उद्घाटन
डीएम ने शिशु गहन चिकित्सा इकाई का किया उद्घाटन

नवादा । रजौली प्रखंड मुख्यालय स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में शनिवार को डीएम यशपाल मीणा ने 50 बेड के शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र (पीकू) का उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर नवादा सिविल सर्जन डॉ अखिलेश मोहन, एसडीएम चंद्रशेखर आजाद, डीसीएलआर विमल प्रसाद सिंह, डिवीबीडी ऑफिसर डॉ वीरेंद्र कुमार, एनसीडी ऑफिसर डॉ बीबी सिंह, डीआइओ डॉ अशोक कुमार, बीडीओ प्रेम सागर मिश्र, सीओ अनिल प्रसाद, अनुमण्डल अस्पताल के उपाधीक्षक चिकित्सा प्रभारी डॉ. धीरेंद्र कुमार, पीएचसी प्रभारी डॉ.बीएन चौधरी एवं पेडेट्रिसियन डॉ श्रीकांत आजाद मौजूद थे।

डीएम ने बताया कि शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र का निरीक्षण बीते 1 जून को किया गया था। तब 10 दिन के अंदर शिशु गहन चिकित्सा इकाई सेंटर को पूर्णत: रूप से चालू हो जाने की बात कही गई थी। शनिवार को पुन: निरीक्षण के दौरान पीकू को पूर्णत: चालू पाया गया। शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र में बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉ श्रीकांत आजाद के अलावा अनुमंडलीय अस्पताल के अन्य डॉक्टरों एवं नर्सों की ड्यूटी रोस्टर के अनुसार लगाने को निर्देश दिया। शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र में पाइपलाइन टेक्नीशियन एवं लैब टेक्नीशियन मौजूद हैं। वहीं मशीन टेक्नीशियन दूरभाष के माध्यम से बुलाए जाने की सुविधा है। सिविल सर्जन को पीकू टेक्नीशियन की प्रतिनियुक्ति जल्द से जल्द करने को दिशा निर्देश दिया गया। अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में आने वाले जन्म से लेकर 15 वर्ष के बच्चों का इलाज शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र में किया जाना है। शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र में इलाजरत दो बच्चों की जानकारी लिया गया। दोनों बच्चे हरदिया पंचायत के सेक्टर बी निवासी संदीप साव के तीन वर्षीय पुत्र रचित कुमार एवं एक वर्षीय पुत्री जानवी कुमारी है। बच्चों एवं उसके परिजनों से मिलकर बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त किया। साथ ही शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में बच्चों के देखभाल अच्छी तरह हो इसके लिए चिकित्सकों एवं नर्सों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया। शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में उपस्थित पांच वेंटिलेटर,दस मॉनिटर एवं नवजात शिशु के लिए दो वार्मर के ऑपरेटिग किये जाने की जानकारी चिकित्सकों एवं नर्सों से लिया।शिशु गहन चिकित्सा इकाई केंद्र वाले फ्लोर पर छोटे कमरों की दीवारों को तोड़कर अगले 10 दिनों में बच्चों के लिए अलग से 40 बेड का पिडीया वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया। पीकू के निरीक्षण के बाद कोविड वार्ड का निरीक्षण किया गया।

chat bot
आपका साथी