32 बीघे जमीन पर केस का 18 साल बाद भी फैसला नहीं

बिहारशरीफ। नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव की बेटी विभा के कत्ल की मूल वजह बेटियों को संपत्ति में हिस्सा न देने की रूढ़ीवादी सोच है। जबकि सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि बेटियों का भी पिता की संपत्ति में बराबर का हक है। वह भी तब जब उसका कोई अपना भाई न हो।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 10:41 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 10:41 PM (IST)
32 बीघे जमीन पर केस का 18 साल बाद भी फैसला नहीं
32 बीघे जमीन पर केस का 18 साल बाद भी फैसला नहीं

बिहारशरीफ। नगरनौसा थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव की बेटी विभा के कत्ल की मूल वजह बेटियों को संपत्ति में हिस्सा न देने की रूढ़ीवादी सोच है। जबकि, सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि बेटियों का भी पिता की संपत्ति में बराबर का हक है। वह भी तब जब उसका कोई अपना भाई न हो। दूसरी बड़ी वजह कोर्ट में टाइटल शूट के फैसले में 18 साल की देरी है। अगर, कोर्ट विभा के पिता के चार भाइयों में जमीन का बंटवारा कर देता तो संभव था कि विवाद का पटाक्षेप हो जाता और विभा की हत्या उसके ही मायके में नहीं होती।

बता दें कि स्व. रामदेव सिंह के चार बेटों के परिवार की सम्मिलित संपत्ति 32 बीघा खेत है। इसमें विभा के पिता सेवानिवृत स्वास्थ्यकर्मी सुरेंद्र सिंह के हिस्से चौथाई हिस्सा आठ बीघा जमीन है। विभा के चाचा वृजमोहन व चचेरे भाई चितरंजन ने ऐलान कर दिया था कि बेटियों या बहनों को हिस्सा नहीं देंगे। इस कारण वर्ष 2003 में सुरेंद्र सिंह ने कोर्ट में टाइटल शूट दाखिल किया था, जिस पर 18 साल बाद भी फैसला नहीं आ सका है। इस केस में छोटे भाई को छोड़ तीनों भाई एक मत थे। लेकिन, बड़े भाई की मौत के बाद उनके दोनों पुत्रों ने घर की संपत्ति पर ध्यान देना कम कर दिया। दोनों बाहर नौकरी करते हैं।

..............

आठ साल पहले भी हुआ था जानलेवा हमला

मायके में चचेरे भतीजे की पत्नी के गौना का न्यौता पूरा करने मात्र तीन दिन पहले ही विभा शाहपुर आई थी। वह छोटे चाचा के भय से पिता, पति व पुत्रों के साथ पटना में रहती थी। साल 2013 में भी विभा देवी व इनके पिता सुरेंद्र प्रसाद पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसका जमीन बंटवारे का अलग मुकदमा चल रहा है।

...........

पिता की दो पुत्रियों में बड़ी थी विभा

सुरेंद्र प्रसाद सिंह की दो पुत्रियों में विभा बड़ी थी। स्व. रामदेव सिंह के चार पुत्रों में सुरेंद्र प्रसाद मंझले हैं। बड़े भाई हरगोविद प्रसाद उर्फ उमेश सिंह की मौत हो चुकी है। तीसरे नंबर पर रहे सेवानिवृत्त शिक्षक गजेंद्र सिंह को भी सिर्फ तीन पुत्रियां हैं। छोटे भाई वृजमोहन सिंह को एक पुत्र चितत्रंजन सिंह है। इस कारण दोनों भाई डरे रहते हैं।

.............

सरमेरा के इसुआ में हुई थी विभा की शादी

सुरेंद्र प्रसाद ने बड़ी बेटी विभा की शादी सरमेरा थाना क्षेत्र के इसुआ गांव निवासी विनोद सिंह से की थी। सुरेंद्र के दो नाती हैं, जिनमें बड़ा नाती विकास राज उदीयमान चर्चित कवि है।

.............

मां की हत्या से आहत पुत्र ने कहा-छलावा है दुनिया

संपत्ति की खातिर अपने ही चचेरे मामा चितरंजन के हाथों मां विभा देवी की निर्मम हत्या से आहत कवि पुत्र विकास राज ने कविता के माध्यम से दुनिया की सच्चाई बयां करते हुए श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा,

ये जो दुनिया है इक छलावा है,

कौन मेरा तेरा अलावा है,

चूम लूं मां के पैर की मिट्टी,

मां ही काशी है मां ही काबा है।

यह कहकर वे फूट-फूटकर रोने लगे।

.............

इनसेट

......

विभा के मोबाइल में कई पड़ोसियों के नंबर डायल

शाहपुर गांव में विभा के शव के पास पुलिस को उनका मोबाइल फोन मिला है। मोबाइल के कॉल लॉग में कुछ पड़ोसियों के नंबर डायल मिले हैं। लेकिन, किसी पर बात नहीं हुई है। समझा जा रहा है कि उसने जानलेवा हमले के समय मदद मांगने के लिए पड़ोसियों को कॉल करना चाहा होगा। मोबाइल बंद रहने या नेटवर्क नहीं रहने से संपर्क नहीं हो सका होगा।

chat bot
आपका साथी