जिला न्यायालय परिसर में ई-सेवा केंद्र में कार्य शुरू
बिहारशरीफ। जिला न्यायालय परिसर स्थित गेट संख्या दो पर नवनिर्मित भवन में खोले गए ई-सेवा केंद्र ने सोमवार से काम करना शुरू कर दिया है। पहले दिन अधिवक्ता उत्तम कुमार के साथ पीएलवी पंकज कुमार शर्मा ने कार्य किया जबकि उसका संचालन ई-सेवा केंद्र के सुपरवाइजर रमेश कुमार ने किया।
बिहारशरीफ। जिला न्यायालय परिसर स्थित गेट संख्या दो पर नवनिर्मित भवन में खोले गए ई-सेवा केंद्र ने सोमवार से काम करना शुरू कर दिया है। पहले दिन अधिवक्ता उत्तम कुमार के साथ पीएलवी पंकज कुमार शर्मा ने कार्य किया, जबकि उसका संचालन ई-सेवा केंद्र के सुपरवाइजर रमेश कुमार ने किया। इस कार्य के लिए चार टीमें गठित की गई हैं, जिनमें कम्प्यूटर की जानकारी रखने वाले चार पैनल अधिवक्ता उत्तम कुमार, गौरव कुमार, कंचन कुमार व सोनाली स्वरूप तथा पीएलवी पंकज शर्मा, जितेन्द्र कुमार, राजीव कुमार और शांतनु सिद्धार्थ का चयन किया गया। इन सभी का कार्य रोटेशन पर होगा और प्रतिदिन एक अधिवक्ता संग एक पीएलवी कार्य के लिए मौजूद रहेंगे। इसकी शुरूआत से अब पक्षकार या वकील को अपने कोर्ट के संबंधी जानकारी के लिए कार्यालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। तिथि निर्धारण केस की स्थिति, फाइलिग तकनीक आदि सभी जानकारियां यही प्राप्त कर सकेंगे। ऑनलाइन सुनवाई के कारण कई अधिवक्ता जानकारी के अभाव में कार्य न करने की स्थिति में यहां से तकनीक लेकर ऑनलाइन फाइलिग कर पक्षकार का कार्य आगे बढ़ा सकते हैं। जिससे पक्षकारों को न्याय सुलभ हो सके। कार्य के शुरूआत के पूर्व जिला जज डा. रमेश चन्द्र द्विवेदी ने भवन समेत कार्य करने वाले उपकरण का जायजा लिया। उन्होंने इस संबंध में भवन के सुरक्षा व सुविधा से संबंधित कई निर्देश दिए। जिसमें भवन की पूर्ण रूप से घेराबंदी करने, काउंटर की संख्या बढ़ाने, भवन के अंतिम सिरे पर मेटल डिटेक्टर स्थापित करने तथा नए भवन के क्षत से लटक रहे बारिश की बूंदों को तत्काल ठीक करने का निर्देश मुख्य है। उन्होंने कहा कि इस सेवा के शुरू होने से भीड़-भाड़ पर नियंत्रण के साथ ही पक्षकारों व वकीलों को केस से संबंधित सारी प्रक्रिया की जानकारी तुरंत प्रदान हो जाएगी। जो पक्ष का अधिवक्ता की जानकारी नहीं होने से न्याय पाने में विफल हो रहे हैं, अब तकनीक हासिल कर अपना कार्य आगे बढ़ाकर न्याय लाभ दिला सकते हैं। जिला जज के संग प्रधान न्यायाधीश विजय आंनद तिवारी, एडीजे कन्हैया चौधरी, संतोष कुमार, प्रभाकर झा व संतोष कुमार गुप्ता तथा जेएम मानवेंद्र मिश्रा व कोर्ट मैनेजर सहजाद इकबाल भी थे।