छत्तीसगढ़ की नर्सिंग परीक्षा पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नाम का उपयोग कर बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 2 शातिर ठग को नांलदा पुलिस के सहयोग से छत्तीसगढ़ पुलिस ने अस्थावां के नोआमा से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस कुछ भी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Aug 2019 08:10 PM (IST) Updated:Wed, 21 Aug 2019 06:31 AM (IST)
छत्तीसगढ़ की नर्सिंग परीक्षा पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ की नर्सिंग परीक्षा पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

बिहारशरीफ: व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नाम का उपयोग कर बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के दो शातिरों को छत्तीसगढ़ से आई पुलिस ने नालंदा पुलिस के सहयोग से अस्थावां के नोआमा से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपी नीतीश व सोनू एक ही गांव के हैं। पुलिस नीतीश की निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्यों की टोह में छापेमारी कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार हाल में ही व्यापम द्वारा बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसमें आरोपी बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने के नाम पर परीक्षार्थियों को फोन कर अपने बैंक एकाउंट में लाखों रुपए जमा कराते थे। खुलासा होने के बाद व्यापम ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। जांच के बाद पुलिस ने उन मोबाइल नंबरों की जांच कराई तो कई के तार नालंदा से जुड़ गए। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस नालंदा पहुंची और स्थानीय थाना के सहयोग से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। कुछ अन्य लोगों को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

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जब्त मोबाइल में मिला परीक्षार्थियों का डाटा

पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल जब्त किए हैं, जिसमें कई परीक्षार्थियों का डेटा मिला है। परीक्षार्थियों का डाटा कैसे लीक हुआ, इसकी भी जांच चल रही है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक व्यापमं कर्मचारियों की सांठगांठ से कई महीने से चयन सूची में नाम शामिल करने के बहाने ठगी का कारोबार चल रहा था। आरोपी खुद को व्यापमं का कर्मचारी बताकर अभ्यर्थियों को कॉल करते थे। फिर सौदेबाजी कर पास कराने के लिए रकम जमा कराते थे।

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ऐसे होता है काम

बिहार के नवादा व नालंदा के कई गांवों के रहने वाले शातिर गिरोहबाज देश भर में ठगी की वारदात कर चुके हैं। गिरोह का काम कई हिस्सों में बंटा है। सबसे पहले ये लोग सरकारी कर्मियों को रिश्वत देकर परीक्षार्थियों का डेटा कलेक्ट करते हैं। फिर इसे गिरोह को बेच देते हैं। इसके बाद गिरोहबाज एक-एक परीक्षार्थी को कॉल कर परीक्षा में पास कराने, दाखिला दिलाने के साथ तरह-तरह के पैंतरे अजमा कर पैसे ठग लेते हैं।

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कमीशन का लोभ देकर दूसरे के खाते में मंगाते हैं रुपए

सूत्रों की मानें तो देश भर में ठगी का जाल फैलाकर गिरोह ने अपना महीने का टर्न ओवर लाखों रुपये तक कर लिया है। जबकि सलाना टर्न ओवर करोड़ों का है। सरगना रुपए का हिसाब-किताब करने बिहार आता है, फिर लौट जाता है। किसी सीधे-सादे खाताधारक को 10 से 15 प्रतिशत तक कमीशन देकर उनके बैंक खाते में ठगी के पैसे जमा कराए जाते हैं। जिससे पुलिस उन तक आसानी से नहीं पहुंच पाती है।

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साइट से डेटा चुराने का काम करता हैं हैकर

गिरोह में कई साइबर ठग मौजूद हैं, जो किसी भी संस्थान की साइट को हैक करने की समझ रखते हैं। हैकिग के बाद उससे डेटा चुराते है और गिरोह के दूसरे सदस्य को बेच देते है। इसके बाद सभी को बारी-बारी से फोन कर उन्हें प्रवेश परीक्षा में पास कराने के नाम पर रुपए वसूले जाते हैं। बैंक अकांउट में रुपया आते ही ठग उस अकांउट को बंद कर देते हैं। छत्तीसगढ़ के थाने में फिलहाल कुछ ही लोगों ने ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है लेकिन सूत्रों की मानें तो सैकड़ों परीक्षार्थियों को फोन किया गया है। अब जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे कई लोगों के नाम सामने आएंगे।

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