मार्च के पहले हफ्ते से एट सीटर रोप वे का सफर कर सकेंगे पर्यटक
बिहारशरीफ। रोप वे पर झूलते एट सीटर केबिन में बैठकर पर्यटक विश्व शांति स्तूप तक का सफर मार्च के पहले सप्ताह से कर सकेंगे। अभी केबिन का ट्रायल रन जारी है। जिसमें निर्माण एजेंसी के सभी इंजीनियर और ऑपरेटर जुटे हैं।
बिहारशरीफ। रोप वे पर झूलते एट सीटर केबिन में बैठकर पर्यटक विश्व शांति स्तूप तक का सफर मार्च के पहले सप्ताह से कर सकेंगे। अभी केबिन का ट्रायल रन जारी है। जिसमें निर्माण एजेंसी के सभी इंजीनियर और ऑपरेटर जुटे हैं।
सभी मैकेनिज्म, रोप यानी लोहे की रस्सी, टर्मिनल के अलावे केबिन का बारीकी से ट्रायल किया जा रहा है। इस बाबत इलेक्ट्रिकल सुपरवाइजर केएन प्रधान ने बताया कि लगातार ट्रायल किया जा रहा है। इस दौरान नजर आने वाली तकनीकी खामियों को दूर किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो मार्च के पहले सप्ताह में एट सीटर रोप वे चालू हो जाना चाहिए।
उधर, सिगल चेयर लिफ्ट चालू है। जिस पर बैठ कर पर्यटक बगल में हो रहे एट सीटर के ट्रायल रन को हसरत भरी निगाह से देख रहे हैं। अब जल्द ही वे एक साथ परिवार के साथ हवा की सैर करते हुए विश्व शांति स्तूप तक जा जकेंगे। बता दें कि इससे पूर्व अनेक बार एट सीटर रोप वे के उदघाटन की तिथियां निर्धारित हुईं। परंतु तिथियां रद्द होती चली गईं।
फोर सीटर से उद्घाटन हुआ, बाद में 8 सीटर बना : बीते वर्ष 2015 के 28 नवंबर को 16 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोर सीटर रोप वे परियोजना के नाम से शिलान्यास किया था। परंतु बाद में एट सीटर परियोजना में परिवर्तित होते ही इसकी लागत 19 करोड़ 38 लाख हो गई।
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लक्ष्य से पिछड़ा है प्रोजेक्ट
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फिलहाल, अपने निर्माण काल क्रम में यह परियोजना अनेक प्रकार के उतार-चढ़ाव को पार करते हुए अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रही है। जिस पर संबंधित निर्माण कंपनी एजेंसी का ध्यान नहीं है।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते वर्ष 2020 तथा इस वर्ष 2021 में अपने राजगीर आगमन के दौरान निर्माण में लगे कंपनी के अफसरों को निर्देश देते रहे हैं। जिसमें पिछली बार सीएम नीतीश कुमार की उपस्थिति में निर्माण एजेंसी के इंजीनियरों ने फरवरी 2021 में इसे चालु कर देने की बात कही थी। जिसकी खबर प्रमुखता से छपी भी थी। मगर ढाक के तीन पात रही।