जाम से पूरे दिन कराहता रहा शहर, मिनटों की दूरी घंटों में हुई तय
बिहारशरीफ। पिछले तीन दिनों से शहर महाजाम से कराह रहा है। सोमवार को भी पूरे बिहारशरीफ की स्थिति ऐसी ही थी। बाइपास से लेकर शहर के अंदर की तमाम प्रमुख सड़कों पर गाड़ियां सरक रही थीं। बाइक व साइकिल निकलने तक की जगह नहीं थी। सुबह 10 बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक यही हाल रहा। इधर जाम के आगे ट्रैफिक पुलिस बैकफुट पर दिखी। हॉस्पीटल मोड़ सोहसराय भरांव पर व देवीसराय चौक पर दो-चार पुलिस वाले दिखे परंतु कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं थे। नतीजतन मिनटों की दूरी तय करने में चार पहिया वाहनों को घंटों समय लग गए।
बिहारशरीफ। पिछले तीन दिनों से शहर महाजाम से कराह रहा है। सोमवार को भी पूरे बिहारशरीफ की स्थिति ऐसी ही थी। बाइपास से लेकर शहर के अंदर की तमाम प्रमुख सड़कों पर गाड़ियां सरक रही थीं। बाइक व साइकिल निकलने तक की जगह नहीं थी। सुबह 10 बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक यही हाल रहा। इधर, जाम के आगे ट्रैफिक पुलिस बैकफुट पर दिखी। हॉस्पीटल मोड़, सोहसराय, भरांव पर व देवीसराय चौक पर दो-चार पुलिस वाले दिखे परंतु कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं थे। नतीजतन मिनटों की दूरी तय करने में चार पहिया वाहनों को घंटों समय लग गए।
पुरानी रांची रोड समेत शहर का शायद ही कोई ऐसा इलाका बचा था, जहां जाम नहीं लगा था। लोगों को निकलने की राह नहीं मिल रही थी।
रांची रोड, बाइपास मोड़, 17 नम्बर पुल चौराहा, भरांवपर पर इस कदर जाम लगा था कि लोगों को बाइक से दो किलोमीटर की दूरी तय करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा था। वहीं चार पहिया वाहन से सफर करने वाले लोगों की तो समय का कोई सीमा ही नहीं रही। जरूरी काम से निकलने वाले लोग बीच रास्ते में ही फंसे रहे।
बता दें कि पिछले तीन दिनों से शहर से लेकर बाइपास तक जाम इस कदर लग रहा है कि लोगों को पार पाने में पसीने छूट रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि लगातार शहरी क्षेत्र में जाम लगने के बावजूद जिला पुलिस व ट्रैफिक पुलिस हाथ पर हाथ धरे है। जहां पर यातायात पुलिस की ड्यूटी होती है वहां पर की पुलिस सिर्फ वसूली में लगे दिखे। जाम हटाना तो दूर एक किनारे जाकर बैठे दिखे।