भिक्षु जगदीश कश्यप के स्मृति में साईन बोर्ड का अनावरण
*भिक्षु जगदीश कश्यप के नाम पर मार्ग के साईन बोर्ड का अनावरण नव नालन्दा महाविहार की स्थापना में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले भिक्षु जगदीश कश्यप के स्मृति में उनके नाम पर मार्ग का नामकरण सच्ची श्रद्धांजलि है। जिसका उदघाटन 1956 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय नालन्दा के नाम से किया गया था।
संवाद सहयोगी, राजगीर : नव नालन्दा महाविहार की स्थापना में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले भिक्षु जगदीश कश्यप के स्मृति में उनके नाम पर मार्ग का नामकरण सच्ची श्रद्धांजलि है। जिसका उद्घाटन 1956 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय नालन्दा के नाम से किया गया था। जिसकी स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले भिक्षु जगदीश कश्यप को मरणोपरांत भारत रत्न से भी सम्मानित किया जाना चाहिए।
यह बातें भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सह पूर्व जिला परिषद सदस्य सुधीर कुमार ने बुधवार को नालन्दा के कपटिया मोड़ पर भिक्षु जगदीश कश्यप पथ के नाम से साइन बोर्ड के अनावरण कार्यक्रम के दौरान कही। जिसका अनावरण नालन्दा बर्मिस टेंपल के मठाधीश भिक्षु यूपी लिकारा व भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुधीर कुमार ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने कहा कि नव नालन्दा महाविहार के निर्माण में भिक्षु जगदीश कश्यप ने अनेक बौद्ध देशों से जाकर चंदा जुटाए थे। जहां देश विदेश के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस महाविहार तक आवागमन के लिए बने कपटिया मोड़ से नीरपुर तक जाने वाली पथ का नामकरण उनके नाम पर किया गया है जो उचित है। आज वे इस दुनिया में नहीं हैं। मगर शिक्षा के क्षेत्र में नव नालन्दा महाविहार से जुड़ा उनका नाम अमर है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि भिक्षु जगदीश कश्यप के शिक्षा क्षेत्र में इस महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न प्रदान किया जाय। इस मौके पर टूरिस्ट गाइड यदुनंदन सिंह, एंजेल योगा के संस्थापक जय सिंह, नीरपुर पंचायत पैक्स अध्यक्ष विजय कुमार, सूरजपुर पंचायत के मुखिया पप्पू यादव, समाजसेवी अशोक यादव व नारो बाबू, युवा नेता संजय कुमार, मंटू यादव व सुरेश भंते आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।