नीलगाय को भगाने के लिए विशेष यंत्र बना रहे वैज्ञानिक: कृषि मंत्री

बिहारशरीफ। नालंदा उद्यान महाविद्यालय नूरसराय में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के तहत आलू कार्यशाला के उद्घाटन के सिलसिले में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को समृद्ध बनाने के लिए काम कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:14 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:14 PM (IST)
नीलगाय को भगाने के लिए विशेष यंत्र बना रहे वैज्ञानिक: कृषि मंत्री
नीलगाय को भगाने के लिए विशेष यंत्र बना रहे वैज्ञानिक: कृषि मंत्री

बिहारशरीफ। नालंदा उद्यान महाविद्यालय नूरसराय में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के तहत आलू कार्यशाला के उद्घाटन के सिलसिले में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को समृद्ध बनाने के लिए काम कर रही है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए खेती की नई तकनीक अपनाने को किसानों को ट्रेंड किया जा रहा है। ताकि किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकें। कृषि मंत्री ने माना कि सूबे के बड़े हिस्से में फसलों को नीलगाय काफी नुकसान पहुंचा रही है। इसके लिए कृषि वैज्ञानिक विशेष यंत्र बना रहे हैं। भविष्य में खेतों में ये यंत्र लगाए जाएंगे, जिसके रेडिएशन व ध्वनि से नीलगाय का झुंड भाग जाएगा। किसानों को यह यंत्र अनुदानित दर पर मुहैया कराए जाएंगे।

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रोग प्रतिरोधक क्षमता व टिकाऊ आलू का होगा उत्पादन

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कृषि मंत्री ने कहा कि अब नालंदा उद्यान महाविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक दक्षिण अमेरिकी देश पेरू के कृषि वैज्ञानिक के सहयोग से आलू के उन्नत प्रभेद के बीज का उत्पादन शुरू करने जा रहे हैं। यह आलू बीज छह से सात साल तक उपज के काम आएगा। वर्तमान प्रभेद के बीज दो साल तक ही टिकते हैं। उन्होंने कहा कि आलू बीज के उत्पादन के लिए किसानों का चयन किया गया है। हमारा लक्ष्य आलू बीज के इस प्रभेद से राज्य की जरूरत पूरी करने के साथ दूसरे प्रदेश को निर्यात करना भी है। यह विषाणु रहित बीज होगा, जिसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता रहेगी। ऐसे में आलू की फसल में झुलसा का प्रकोप काफी कम होगा। कृषि मंत्री ने कॉलेज कैम्पस में मधुमक्खी फार्म का भी निरीक्षण किया। वहीं गेहूं वीर व मक्का विनर प्रभेद के बारे में भी जानकारी ली।

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कुलपति ने कहा-वैज्ञानिक हर वक्त किसानों के लिए हाजिर

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कृषि मंत्री के साथ बिहार कृषि विश्व विद्यालय के कुलपति आर के सुहाने, नालंदा उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंचम कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार, डॉ एम डी ओझा थे। इस मौके पर कुलपति आर के सुहाने ने कहा उद्यान महाविद्यालय में हो रहे नवाचार किसानों के लिए वरदान साबित होंगे। यहां के कृषि वैज्ञानिक किसानों के लिए हर वक्त उपलब्ध हैं। किसानों को खेती-बाड़ी में कोई समस्या हो तो वैज्ञानिकों से जानकारी लें। इस अवसर जिला कृषि पदाधिकारी विधू विद्यार्थी, कृषि वैज्ञानिक शशिबाला कुमारी, दिव्या तिवारी, डी एन महतो, संतोष चौधरी, आलमगीर आलम, विनय कुमार, शशिकांत कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

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