कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ले गुरुवार से बंद हुआ नेचर सफारी
बिहारशरीफ। देश के पहले ग्लास स्काई वॉक ब्रिज से लैस नेचर सफारी गुरुवार से बंद कर दिया गया है। यह निर्णय कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के निर्देश के आलोक में लिया गया है।
बिहारशरीफ। देश के पहले ग्लास स्काई वॉक ब्रिज से लैस नेचर सफारी गुरुवार से बंद कर दिया गया है। यह निर्णय कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के निर्देश के आलोक में लिया गया है।
इस बाबत राजगीर वनक्षेत्र पदाधिकारी अमृतधारी सिंह ने बताया कि जब से नेचर सफारी के उदघाटन के समय से नेचर सफारी घूमने आए पर्यटकों की जिस कदर भीड़ जमा हो रही थी। उसमें भीड़ द्वारा कोविड 19 प्रोटोकॉल अनुपालन सह सरकारी एडवाइजरी का पालन बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहा था। जबकि फेस मास्क, सेनेटाइजर से लैस सोन भंडार स्थित नेचर सफारी एंट्रेंस गेट सह चेक पोस्ट पर तैनात वनकर्मियों द्वारा, बार बार भीड़ को शारीरिक दूरी का पालन कराने का प्रयास किया जा रहा था। मगर भीड़ और लंबी लाइन में शामिल लोगों द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा था। जिसके कारण कोरोना संक्रमण के खतरे को भांपते हुए पर्यटकों की सुरक्षा के लिए नेचर सफारी बंद करने का निर्णय लिया गया। यह निर्णय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्राप्त आदेश के आलोक में वन प्रमंडल नालन्दा के अधिकारी ने इसे बंद करने और सूचना बैनर लगाने का निर्देश जारी किया है। बता दें कि बीते 26 मार्च को सीएम नीतीश कुमार ने नेचर सफारी तथा इसमें स्थापित देश का पहला ग्लास स्काई वॉक ब्रिज सहित अन्य एडवेंचर्स इवेंट आदि का उदघाटन किया था। इस क्रम में उन्होंने स्वयं ग्लास स्काई वॉक ब्रिज सहित सभी एडवेंचर्स इवेंट का जायजा लिया था। उस समय उन्होंने कहा था कि इस अनोखे नेचर सफारी में घूमने आए सपरिवार पर्यटकों को अदभुत अनुभव का सुखद अहसास होगा। उसके बाद से नेचर सफारी के लिए जिस रफ्तार से पर्यटकों की भीड़ शुरू हुई तो दिन व दिन कई गुणा बढ़ती चली गई। जिससे शुरू शुरू में विधि व्यवस्था बनाए रखना वन विभाग और प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया। ऐसा इसलिए था कि लोगों में पहले ग्लास स्काई वॉक ब्रिज को देखने की होड़ सी मच गई थी। मगर कोविड 19 प्रोटोकॉल अनुपालन को लेकर पर्यटकों की सुरक्षा के तहत इसे अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।