नालंदा जिला परिषद को दीनदयाल उपाध्याय सम्मान

सिलाव के सबैत व एकंगरसराय के कोशियावां के मुखिया को भी पीएम ने दिया पुरस्कार जिला परिषद को 50 व ग्राम पंचायतों को आठ-आठ लाख का पुरस्कार।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 08:58 PM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 08:58 PM (IST)
नालंदा जिला परिषद को दीनदयाल उपाध्याय सम्मान
नालंदा जिला परिषद को दीनदयाल उपाध्याय सम्मान

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : बीते शनिवार को वर्चुअल मीटिग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा सिन्हा को दीनदयाल उपाध्याय सम्मान से नवाजा। बिहार में यह सम्मान नालंदा को मिलने से जिलेवासी गौरवान्वित हैं।

सिलाव प्रखण्ड के सबैत पंचायत के मुखिया फकरू जमां को भी दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार मिला। जबकि एकंगरसराय प्रखण्ड के कोशियावां पंचायत के मुखिया अमरीश कुमार गौतम को बाल हितैषी सम्मान मिला है। समाहरणालय में ये तीनों प्रतिनिधि वर्चुअल मीटिग में पीएम से मुखातिब हुए।

इस दौरान डीडीसी राकेश कुमार मौजूद थे।

केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय ने नालंदा जिला परिषद एवं सबैत पंचायत का चयन दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार के लिए किया था। यह पुरस्कार स्वच्छता एवं पंचायत निकाय के कार्यों का सफल संचालन के लिए दिया जाता है।

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जिला परिषद ने कराया 407 दुकानों का निर्माण

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जिला परिषद ने जिले में परिसम्पतियों का सृजन एवं संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य किया है। जिले में 407 दुकानों का निर्माण कराया गया। परवलपुर, हरनौत, हिलसा आदि डाकबंगला का जीर्णोद्धार कराया गया। पीसीसी ढलाई करा स्वच्छता को बढ़ावा दिया गया।

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हर घर नल से जल और नाली-गली निर्माण सबैत की पहचान

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सबैत पंचायत के मुखिया को दीनदयाल पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सबैत में कुल 15 वार्ड हैं। यहां हर घर नल- जल एवं पक्की गली-नाली का कार्य हो चुका है। पंचायत सरकार भवन में सभी कार्यालय संचालित हैं।

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कोशियावां में आंगनबाड़ी के बच्चों को मिल रहा गुणवत्ता वाला पोषाहार

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कोशियावां पंचायत में स्कूली बच्चों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को गुणवत्तायुक्त पोषाहार की उपलब्धता में मुखिया की सक्रियता के लिए इस पंचायत का चयन बाल हितैषी पुरस्कार के लिए किया गया।

कोशियावां में प्राथमिक विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार एवं कोरोना गाइडलाइंस के अनुपालन की निगरानी मुखिया स्वयं किया करते थे।

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पुलिस की नौकरी की इच्छा छोड़ राजनीति में आए थे अमरीश

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साल 2001 में इंटरमीडिएट पास करने के बाद अमरीश कुमार गौतम ने आगे की पढ़ाई छोड़ बिहार पुलिस में भर्ती होने की सोची और उसकी तैयारी में जुट गए। फिर नौकरी की इच्छा छोड़ पंचायत की राजनीति में सक्रिय हुए। कोशियावां से सटे गड़ेरिया बिगहा निवासी श्री गौतम साल 2006 में एवं 2011 में वार्ड सदस्य चुने गए। इससे उत्साहित होकर साल 2016 में मुखिया पद के लिए चुनाव लड़े और जीत दर्ज की थी।

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