हम सभी कर्तव्यनिष्ट नहीं होंगे तो पूरी पीढ़ी हो जाएगी बर्बाद

बिहार शिक्षा परियोजना नालंदा समग्र शिक्षा अंतर्गत मंगलवार को आदर्श प्लस टू उच्च विद्यालय में शाला सिद्धि कार्यक्रम के तहत विद्यालयों के वाह्य मूल्यांकन के लिए जिलास्तर पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर डीईओ मनोज कुमार ने जिले के तमाम हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों संभाग प्रभारियों बीआरपी एआरपी आदि तमाम लोगों को उनका कर्तव्य बोध का अहसास कराया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 10:58 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:13 AM (IST)
हम सभी कर्तव्यनिष्ट नहीं होंगे तो पूरी पीढ़ी हो जाएगी बर्बाद
हम सभी कर्तव्यनिष्ट नहीं होंगे तो पूरी पीढ़ी हो जाएगी बर्बाद

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : बिहार शिक्षा परियोजना नालंदा समग्र शिक्षा अंतर्गत मंगलवार को आदर्श प्लस टू उच्च विद्यालय में शाला सिद्धि कार्यक्रम के तहत विद्यालयों के बाह्य मूल्यांकन के लिए जिलास्तर पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर डीईओ मनोज कुमार ने जिले के तमाम हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों, संभाग प्रभारियों, बीआरपी, एआरपी आदि तमाम लोगों को उनका कर्तव्य बोध का अहसास कराया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के स्वमूल्यांकन के साथ एचएम व संभाग प्रभारियां खुद का भी मूल्यांकन करें, तभी वास्तविकता से परिचय हो पाएगा। उन्होंने कहा कि हम सभी कर्तव्यनिष्ट नहीं होंगे तो वर्तमान व आने वाली पीढ़ी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को चितन करने की जरूरत है कि हमारा समाज व आज की युवा पीढ़ी का भविष्य कैसे संवरे। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय प्रबंधन बेहतर तरीके से सरकार की सारी योजनाओं का क्रियान्वयन करे तो हर समस्या का समाधान निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक किसी काम को बोझिल नहीं समझें। डीईओ ने कहा कि भारत सरकार चाहती है कि शिक्षा के स्तर पर व्यापक सुधार आए। इसके लिए तमाम हाईस्कूल के एचएम से विद्यालयों की संख्या, कमरे की संख्या, भवनों की स्थित, पेयजल, शौचालय, बाउंड्री बॉल, प्रयोगशाला, शिक्षकों की संख्या आदि विभागीय फारमेंट पर मूल्यांकन कर मांगी गई थी। डीईओ ने कहा कि एचएम के द्वारा जमा किए गए डाटा बेस के आधार पर वरीय पदाधिकारी विभाग को उपलब्ध कराए गए डाटा की वास्तविक स्थिति की जांच करेंगी और उससे पहले विद्यालय का मॉनीटरिग कर सारी जानकारी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि एक दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ शिक्षकों के व्यवहार में परिवर्तन लाना है। इस मौके पर आदर्श हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक मो. कुद्दुश अंसारी सह ट्रेनर ने प्रधानाध्यापकों को इस प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य हम शिक्षकों के हाथ में है। इसलिए हम विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को अपना बच्चा समझें और उनका भविष्य संवारने की दिशा में काम करें। इस मौके पर बिहारशरीफ बीईओ रंजीत कुमार, संभाग प्रभारी नयनिका, बीआरसी, सीआरसी के अलावा तमाम बीईओ व प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।

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