अगले साल सितंबर तक घोड़ाकटोरा व गया पहुंच जाएगा गंगाजल

बिहारशरीफ। गंगाजल उद्वह योजना के तहत बरसात के मौसम में गंगाजल को पाइप लाइन के माध्यम से नालंदा जिले के घोड़ाकटोरा एवं गया जिला तक ले जाने की परियोजना का शुक्रवार को सिचाई विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने मुआयना किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Dec 2020 07:30 PM (IST) Updated:Fri, 18 Dec 2020 07:30 PM (IST)
अगले साल सितंबर तक घोड़ाकटोरा व गया पहुंच जाएगा गंगाजल
अगले साल सितंबर तक घोड़ाकटोरा व गया पहुंच जाएगा गंगाजल

बिहारशरीफ। गंगाजल उद्वह योजना के तहत बरसात के मौसम में गंगाजल को पाइप लाइन के माध्यम से नालंदा जिले के घोड़ाकटोरा एवं गया जिला तक ले जाने की परियोजना का शुक्रवार को सिचाई विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने मुआयना किया। उन्होंने पटना जिला के मरांची (गंगा किनारे) से सरमेरा होते हुए घोड़ाकटोरा तक संपूर्ण पाइपलाइन मार्ग की कार्य प्रगति को देखा। इस परियोजना के तहत 107 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा रही है। जिसके माध्यम से बरसात के मौसम में अतिरिक्त गंगाजल को पाइप लाइन के माध्यम से नालंदा जिला के घोड़ाकटोरा एवं गया जिला में निर्माणाधीन कृत्रिम जलाशयों में भंडारित किया जाएगा। इस परियोजना को सितंबर 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है।

प्रधान सचिव ने पाइपलाइन बिछाने के कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया।जहाँ भी जमीन से संबंधित मामला है, इसका त्वरित निदान निर्धारित प्रक्रिया के तहत सुनिश्चित करने को कहा गया।

निरीक्षण के क्रम में प्रधान सचिव ने घोड़ाकटोरा में निर्माणाधीन कृत्रिम जलाशय के कार्य की प्रगति का जायजा लिया तथा विभाग के अभियंताओं को कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया।

परियोजना के लिए आवश्यक भू-अर्जन का कार्य जिला प्रशासन नालंदा द्वारा तेजी से किया गया है। कुछ खंड में पाइपलाइन बिछाने के लिए अतिरिक्त आवश्यक भू अर्जन की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। इस अवसर पर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, जिला भू अर्जन पदाधिकारी विकास कुमार, एसडीओ संजय कुमार वीडियो धर्मवीर कुमार सिचाई विभाग के वरीय अभियंता गण, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता सहित संवेदक प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी