रहुई के सैदी गांव में घुसा बाढ़ का पानी, लोगों ने छत पर ली शरण

बिहारशरीफ। रहुई के मथुरापुर के पहिआरा खंधा में पंचाने नदी का तटबंध टूटने से मंगलवार को मई फरीदा पंचायत के सैदी गांव में पानी घुस गया। घरों में पानी घुसने से सैदी के बाशिदों ने छत पर शरण ले ली है। जिनकी अपनी छत नहीं वे पड़ोसियों के घर की छत पर रहने को विवश हैं। कुछ ने प्राथमिक विद्यालय में रहने की व्यवस्था कर ली है। सबसे अधिक परेशानी मांझी टोला के बाशिदों को हो रही है। इनके घरों में रखे अनाज बाढ़ के पानी में डूबकर सड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:37 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:37 PM (IST)
रहुई के सैदी गांव में घुसा बाढ़ का पानी,  लोगों ने छत पर ली शरण
रहुई के सैदी गांव में घुसा बाढ़ का पानी, लोगों ने छत पर ली शरण

बिहारशरीफ। रहुई के मथुरापुर के पहिआरा खंधा में पंचाने नदी का तटबंध टूटने से मंगलवार को मई फरीदा पंचायत के सैदी गांव में पानी घुस गया। घरों में पानी घुसने से सैदी के बाशिदों ने छत पर शरण ले ली है। जिनकी अपनी छत नहीं वे पड़ोसियों के घर की छत पर रहने को विवश हैं। कुछ ने प्राथमिक विद्यालय में रहने की व्यवस्था कर ली है। सबसे अधिक परेशानी मांझी टोला के बाशिदों को हो रही है। इनके घरों में रखे अनाज बाढ़ के पानी में डूबकर सड़ रहे हैं। गलियों में पानी भरने से बच्चों के डूबने का जोखिम बढ़ गया है। ग्रामीण जलस्तर बढ़ने की आशंका से रतजगा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय शासन की तरफ से अभी राहत एवं बचाव कार्य नहीं शुरू किया गया है। सैदी गांव का सम्पर्क रहुई-निजाय सड़क से कट गया है। गांव की संपर्क सड़क पर ढाई से तीन फुट पानी बह रहा है।

ग्रामीण नाव की मांग कर रहे हैं। वे चितित हैं कि किसी की तबियत खराब होने या सांप-बिच्छू के दंश की स्थिति में मरीज को निकटतम गोखुलपुर स्वास्थ्य केंद्र या रहुई ले जाना मुश्किल होगा।

मई फरीदा पंचायत के मुखिया अरुण कुमार ने कहा कि शासन को ग्रामीणों के लिए नाव की व्यवस्था कर देनी चाहिए।

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जब से जिदा हुई पंचाने. तब से रहुई के पूर्वी इलाके में ढा रही कहर

............. बता दें, जब से मृत पंचाने जीवित हुई है, तब से यह रहुई प्रखण्ड के पूर्वी क्षेत्र में हर साल बाढ़ लाती है। लेकिन इसके स्थायी निदान के उपाय नहीं किए जा सके हैं। रहुई के बीडीओ विवेक कुमार ने बताया कि बाढ़ से नुकसान का आंकलन नहीं हो सका है। मई-फरीदा पंचायत की तीन हजार एकड़ से अधिक इलाके में पानी फैल गया है। ................

बुधवार तक तटबंध मरम्मति का दावा

------------------------------- बीते रविवार की रात में तटबंध टूटा था। लेकिन जल निस्सरण एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के बिहारशरीफ डिविजन के अधिकारी उसे दो दिनों में भी बांधने में नाकाम रहे। मंगलवार शाम तक टूट के 60 फीसद हिस्से की मरम्मत हो सकी थी। कार्यपालक अभियंता कपिलदेव ने बताया कि पानी के अधिक दबाव की वजह से तटबंध टूटा। बुधवार शाम तक इसकी पूरी तरह मरम्मत करा दी जाएगी। लगातार काम हो रहा है। हमलोग टुटान स्थल पर कैम्प किए हुए हैं। बिद एवं सरमेरा प्रखंड के निचले इलाके में बारिश का पानी खेतों में इतना भर गया है कि बाढ़ जैसा ²श्य दिख रहा है।

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स्थिर होकर बह रहीं नदियां, कुछ का जलस्तर घटा

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जिले की कुछ नदियां स्थिर होकर बह रही हैं तो कुछ का जलस्तर घटा है। पंचाने, सोइवा, गोइठवा, जीराईंन, सकरी आदि नदियां स्थिर होकर बह रही हैं। बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण डिविजन बिहारशरीफ के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नदियों के तटबंधों पर लगातार नजर रखी जा रही है। विभाग के एकंगरसराय प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता एन के भारती ने बताया कि लोकाईन नदी का पानी घट रहा है। अभी चार फुट पानी का बहाव हो रहा है। बताया कि फल्गु-लोकाईन नदी के तटबंध पर वैसे 16 जगह बालू भरे बोरों की व्यवस्था करा दी गई है, जहां अधिक दबाव की आशंका दिख रही है। पैमार नदी स्थिर होकर बह रही है। मुहाने स्थिर हो गई है लेकिन किनारा लेकर तेज धारा के साथ बह रही है। चिरैया, नरहना एवं नोनायी के जलस्तर की वृद्धि थम गई है।

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