सम्राट जरासंध जयंती मनाने पर हुई चर्चा

नालंदा। राजा जरासंध ने न केवल मगध साम्राज्य का विस्तार किया और राजगीर को इसकी राजधानी बनाई। बल्कि अपने दंगल यानी मल्ल युद्ध सहित युद्ध पराक्रम से मगध साम्राज्य को पौराणिक काल में देश के16 महाजनपदों में ला खड़ा किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 11:43 PM (IST)
सम्राट जरासंध जयंती मनाने पर हुई चर्चा
सम्राट जरासंध जयंती मनाने पर हुई चर्चा

नालंदा। राजा जरासंध ने न केवल मगध साम्राज्य का विस्तार किया और राजगीर को इसकी राजधानी बनाई। बल्कि अपने दंगल यानी मल्ल युद्ध सहित युद्ध पराक्रम से मगध साम्राज्य को पौराणिक काल में देश के16 महाजनपदों में ला खड़ा किया। आज भी राजगीर के अनेक पर्यटन स्थलों में जरासंध की झलक मिलती है। मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार भी राजगीर को जरासंध की नगरी से संबोधित करते हैं। सीएम को आठ सूत्री मांग पत्र सौंप कर उनसे राजा जरासंध के सभी अवशेषों के संरक्षण, जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण की गुहार लगाई जाएगी। यह बातें अखिल भारतीय जरासंध अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलन सिंह चंद्रवंशी तथा राष्ट्रीय सचिव श्याम किशोर भारती ने जरासंध स्मारक मंदिर परिसर में रविवार को आयोजित विशेष बैठक के दौरान संयुक्त रूप से कहीं। बैठक के दौरान आगामी नवंबर माह में मगध सम्राट जरासंध जयंती की तैयारियों को लेकर चन्द्रवंशी समाज के प्रतिनिधियों ने विशेष रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 16 नवम्बर को राजगीर के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में सम्राट जरासंध जयंती सह मगध सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

इस समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक एव विधान परिषद सदस्य को आमंत्रित किया जाएगा। अखिल भारतीय जरासन्ध अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलन सिंह एव राष्ट्रीय महासचिव श्याम किशोर भारती ने आगे बताया कि मगध के प्रतापी राजा जरासन्ध की जन्मस्थली राजगीर में उनकी जयंती को समारोह के रूप में मनाया जाएगा जिसमे पूरे भारत वर्ष के अलग-अलग राज्यों से लोग आएंगे। राजगीर की पौराणिक धरती में मगध साम्राज्य के गौरवशाली अतीत यहां के कण कण में हैं। सम्राट जरासंध से जुड़े ऐतिहासिक महत्व के अवशेष राजगीर की नगरी को गौरवान्वित करती है। जयंती समारोह के माध्यम से धरोहरों के विकास का आग्रह किया जाएगा। साथ ही बिहार के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को मगध सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। बैठक में अखाड़ा परिषद के प्रदेश महासचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा, पूर्व जिला परिषद प्रतिनिधि अवधेश प्रसाद, पूर्व मुखिया श्रवण राम,मुखिया प्रत्याशी प्रेम कुमार,वार्ड सदस्य अरविद कुमार चन्द्रवँशी, डोली यूनियन अध्यक्ष कृष्णा चन्द्रवंशी, महासचिव नन्दलाल चन्द्रवंशी, टुन्नी लाल चन्द्रवंशी, चौधरी राम,मुन्ना प्रसाद, सुबोध प्रसाद,संजय कुमार, महादेव प्रसाद,राकेश कुमार, रमेश कुमार, मिथलेश कुमार,पवन कुमार, डोमन राम चन्द्रवंशी, बेचन प्रसाद, बबलू कुमार,दिनेश कुमार, ललन राम,कमलेश कुमार, अशोक प्रसाद सहित विभिन्न जिलों से समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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