धरने पर बैठे दफादार-चौकीदार, कहा-हमें डीएम के अधीन ही रहने दो

दफादार-चौकीदार की सेवा डीएम के अधीन ही रहने देने पूर्व में चयनित चौकीदारों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने सेवानिवृत्त दफादार-चौकदार के आश्रितों करने आदि की मांगों को लेकर बुधवार को हास्पीटल मोड़ पर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 10:46 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 10:46 PM (IST)
धरने पर बैठे दफादार-चौकीदार, कहा-हमें डीएम के अधीन ही रहने दो
धरने पर बैठे दफादार-चौकीदार, कहा-हमें डीएम के अधीन ही रहने दो

बिहारशरीफ : दफादार-चौकीदार की सेवा डीएम के अधीन ही रहने देने, पूर्व में चयनित चौकीदारों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने, सेवानिवृत्त दफादार-चौकीदार के आश्रितों को नौकरी देने समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को हास्पीटल मोड़ पर धरना दिया। धरना का नेतृत्व राज्य सचिव डॉ संत सिंह व जिलाध्यक्ष अनंत कुमार कर रहे थे। इस मौके पर धरना को संबोधित करते हुए डॉ संत सिंह ने बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 का विरोध करते हुए उसकी कंडिका 8 तथा 9 को विलुप्त करने की मांग राज्य सरकार से की है। उन्होंने कहा कि इससे दफादार-चौकीदार पूर्ण रूप से गुलाम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जब दफादार-चौकीदार पुलिस के अधीन नहीं थे, तब भी पुलिस दफादार-चौकीदारों का शोषण करती थी। अब उनके अधीन हो गए तो अत्याचार बढ़ जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि अभी नियमावली बने दो माह भी नहीं हुए कि पुलिस पदाधिकारियों ने चौकीदारों को मैन्युअल तथा राज्य सरकार के आदेश के विपरीत एक थाने से दूसरे थाने में ड्यूटी देना शुरू कर दिया है। 1990 से 5 मार्च 2014 के पूर्व सेवानिवृत्त दफादार-चौकदारों के आश्रितों की बहाली नहीं की जा रही है। जिलाध्यक्ष अनंत सिंह ने पूर्व में चयनित दफादार-चौकीदारों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने की मांग की है। उन्होंने दफादार-चौकीदारों से डाक ड्यूटी, बैंक ड्यूटी, कैदी स्कार्ट ड्यूटी बंद कराने की मांग की है। धरना को बालेश्वर पासवान, भूषण पासवान, फकीरा दास, सतीश सिंह, जितेन्द्र कुमार, कौशल किशोर सिंह, सकेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र पासवान, अवधेश कुमार, सुरेन्द्र गोप, गणेश प्रसाद, मो. वकील, सियाशरण पासवान आदि ने संबोधित किया।

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