पर्यावरण संतुलन व स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए चलाए साइकिल
बिहारशरीफ। दैनिक जागरण की मुहिम आओ साइकिल चलाये हम अब आम से लेकर खास तक पहुंचने लगी है। इस मुहिम में हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं।
बिहारशरीफ। दैनिक जागरण की मुहिम आओ साइकिल चलाये हम अब आम से लेकर खास तक पहुंचने लगी है। इस मुहिम में हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। लोगों का मानना है कि मोटापा, दिल की बीमारियां, डायबिटीज जैसी परेशानियों से आजकल हर दूसरा व्यक्ति परेशान है और लोगों को लगता है इसे कम व कंट्रोल करने के लिए दवाइयां ही एकमात्र उपाय हैं तो ऐसा नहीं है। खानपान और एक्सरसाइज के जरिए भी इन बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन एक्सरसाइज के लिए साइकिलिग से बेस्ट ऑप्शन दूसरा हो ही नहीं सकता। आइये जानते है लोगों की राय.. साइकिल को फिर से जीवन का हिस्सा बनाएंगे फोटो 18 रोटेरियन विश्व प्रकाश ने कहा कि साइकिल चलाने से हमारा स्वास्थ्य सही रहेगा और इम्युनिटी बढ़ेगी। साथ ही दूसरी छोटी बीमारियों से भी हम बचेंगे। अब समय आ गया है कि हम साइकिल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। इसका मकसद है कार का इस्तेमाल कम करके साइकिल की सवारी को बढ़ावा देना, ताकि प्रदूषण कम हो, सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव घटे और लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो।
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साइकलिग के लिए अलग लेन बने फोटो 19
समाजसेवी उपेंद्र कुमार ने कहा कि वायु प्रदूषण से बचने के लिए साइकिल चलाना जरूरी है। आज नहीं तो कल हमें भी इसी तरह से सोचना होगा। इसके लिए सरकारों को भी बहुत कुछ करना होगा। साइकिल चलाने की चाहत रखने वालों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि वे इसे चलाएं तो कहां। उनके लिए अलग लेन बने तभी बात बनेगी।
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लाइफस्टाइल के लिए एक बहुत ही प्रैक्टिकल सोल्यूशन फोटो 20 समाजसेवी संजय कुमार ने कहा कि साइक्लिग आपकी लाइफस्टाइल के लिए एक बहुत ही प्रैक्टिकल सोल्यूशन है। फिर चाहे आप इसे अपनी हॉबी के तौर पर चुने या फिर पर्यावरण को बचाने के तौर पर, हर तरह से ये आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। यदि आप खुद को फिट रखना चाहते हैं तो अपनी दिनचर्या में साइक्लिग को शामिल कर लें।
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छोटी सी कोशिश, व्यायाम जितना फायदा फोटो 22 समाजसेवी रवि कुमार ने कहा कि जरूरी नहीं है कि आप साइकिल चलाने के लिए अलग से समय निकालें। आप चाहें तो अपने रोजाना के कामों को पूरा करने के लिए ही साइकिल चला सकते हैं। छोटी सी कोशिश आपको व्यायाम जितना फायदा पहुंचाएगी। आप चाहें तो सुबह दूध या सब्जी लाने के लिए साइकिल चलाकर दुकान तक जा सकते हैं। नियमित रूप से साइकिल चलाने वालों को अवसाद की शिकायत होने की आशंका बहुत कम होती है।