नए नगर आयुक्त के तेवर देख, पार्षदों ने कहा- फिरेंगे शहर के दिन
शनिवार को नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक कई मायनों में खास रही। पहली वजह नए नगर आयुक्त तरनजोत सिंह के पदभार ग्रहण करने के बाद की यह पहली बैठक थी। दूसरी वजह निगम की कमाई बढ़ाने से लेकर फुटपाथ के अतिक्रमण के मुद्दे को छेड़ा गया जिसकी चर्चा काफी दिनों से गायब थी।
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: शनिवार को नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक कई मायनों में खास रही। पहली वजह नए नगर आयुक्त तरनजोत सिंह के पदभार ग्रहण करने के बाद की यह पहली बैठक थी। दूसरी वजह निगम की कमाई बढ़ाने से लेकर फुटपाथ के अतिक्रमण के मुद्दे को छेड़ा गया, जिसकी चर्चा काफी दिनों से गायब थी। तीसरी वजह नदी को घेरकर तालाब बनाने और उड़ाही की रकम निकासी कर लेने की खबर जागरण में छपने के दूसरे ही दिन जांच के आदेश दे देना। नगर आयुक्त की यह कार्यप्रणाली अधिकांश वार्ड पार्षदों को भा गई। बैठक से बाहर आकर कहा, अब शहर के दिन फिरने लगेंगे।
नए नगर आयुक्त के सामने नहीं हुई तीखी बहस
नए नगर आयुक्त की मौजूदगी में पहली बैठक होने के कारण किसी भी मामले को लेकर हो-हल्ला अथवा तीखी बहस नहीं हुई। हालांकि हर पार्षदों को नगर आयुक्त ने बड़ी ही संजीदगी से सुना तथा कई मामलों में खुलकर विचार-विमर्श भी किया। शहर में निगम की चल रहीं 51 योजनाएं
बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा कम हो सकी। ज्यादा समय एक-दूसरे से परिचय में बीत गया। फिर भी निगम को विभिन्न मदों में प्राप्त
रकम की उपयोगिता की समीक्षा की गयी। योजना सहायक ने बताया कि नगर निगम के स्तर से शहर में कुल 51
योजनाएं चल रही हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि इसे स-समय पूरा किया जाना भी आवश्यक है। ऐसा नहीं होने से लोगों में असंतोष बढ़ता है। वहीं हमें प्राथमिकताएं भी तय करनी होंगी। आयस्त्रोत बढ़ाने पर मंथन, पुराना मार्केट तोड़ नया बनाने का फैसला
नगर आयुक्त ने कहा कि निगम की आय का स्त्रोत बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए उन्होंने राजस्व पदाधिकारी को निर्देश दिया कि टैक्स वसूली में तेजी लाएं और आय के नए स्त्रोत भी ढूंढें। ताकि नगर निगम को समृद्ध किया जा सके। वहीं नगर निगम के जीर्ण-शीर्ण मार्केट को तोड़ नया मार्केट काम्पलेक्स बनाने तथा नगर निगम की अन्य प्राइम लोकेशन की भूमि पर मार्केट बनाने का निर्णय किया गया। उन्होंने जीर्ण-शीर्ण मार्केट के दुकानदारों को नोटिस करने को कहा, ताकि वे जल्द खाली कर सकें। ट्रेड लाइसेंस में सुस्ती पर असंतोष जताया। राजस्व पदाधिकारी को लाइसेंस के प्रति दुकानदारों को जागरूक करने का निर्देश दिया।
जल्द सुचारु किया जाएगा कचरा प्रबंधन
कचरा किसी भी शहर की सबसे बड़ी समस्या है। कचरा को सोना बनाने के लिए नगर निगम प्रयत्नशील है। कचरा प्रबंधन को सुचारु करने पर जोर दिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से एमआरफ सेंटर को वार्ड 5 में 17 नंबर मोड़ स्थित खाली प्लॉट पर संचालित करने का निर्णय लिया गया। अतिक्रमणकारियों को किया अगाह
शहर में जाम का सबसे बड़ा कारण सड़कों व फुटपाथ का अतिक्रमण है। नगर आयुक्त ने कहा, फुटपाथ पैदल राहगीरों के लिए है, इन पर अतिक्रमण उचित नहीं है। कहा, सबसे पहले अतिक्रमणकारियों को माइकिग करके हटने को आगाह करने को कहा। फिर भी नहीं मानने पर बलपूर्वक खाली कराने की बात कही। इनसेट
नदी के तालाब बनाए जाने के मामले को जांच के लिए भेजा पटना
जागरण प्रभाव का लोगो लगा लेंगे
शुक्रवार को दैनिक जागरण में 'कहीं कागज पर मुक्ति तो कहीं नदी को दे दी गई तालाब की शक्ल' शीर्षक से छपे समाचार को नए नगर आयुक्त तरनजोत सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने जल-जीवन-हरियाली मुहिम के तहत शहर में होने वाले तालाबों के जीर्णोद्धार की सूची तलब की। वहीं नदी को तालाब की शक्ल दिए जाने के मामले को जांच के लिए पटना भेज दिया गया। कहा कि जल-जीवन-हरियाली सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। ऐसे में इसके उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाए। कहा, किसी भी गड़बड़ी के लिए संबद्ध लोग जिम्मेवार होंगे।