आयुर्वेद राजवैद्य जीवक की धरती राजगीर मे 11 से होगा आयुर्वेद पर्व सम्मेलन

राजगीर। मगध साम्राज्य के आयुर्वेद विशेषज्ञ राजवैद्य जीवक की धरती पर तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व सम्मेलन 11 दिसंबर को होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 12:14 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 12:14 AM (IST)
आयुर्वेद राजवैद्य जीवक की धरती राजगीर मे 11 से होगा आयुर्वेद पर्व सम्मेलन
आयुर्वेद राजवैद्य जीवक की धरती राजगीर मे 11 से होगा आयुर्वेद पर्व सम्मेलन

राजगीर। मगध साम्राज्य के आयुर्वेद विशेषज्ञ राजवैद्य जीवक की धरती पर तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व सम्मेलन के आयोजन की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई है। इसका आयोजन आल इंडिया आयुर्वेदिक कांग्रेस, बिहार स्टेट आयुर्वेदिक कांग्रेस, आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा स्टेट आयुष सोसायटी बिहार के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर में 11 से 13 दिसम्बर तक आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। वहीं अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में भारत सरकार के केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी शिरकत करेंगे। विशिष्ट अतिथियों में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के अलावा आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा सहित स्वास्थ्य विभाग एसीएस प्रत्यय अमृत, एनसीआईएसएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी वह भारत सरकार आयुष मंत्रालय के आयुर्वेद सलाहकार डा मनोज नेसारी तो शामिल होंगे ही वहीं अखिल भारतीय आयुर्वेदिक कांग्रेस के अध्यक्ष पद्मभूषण वैद्य देवेन्द्र त्रिगुणा इस तीन दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इसमें आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक और यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के विद्यार्थी तो होंगे ही इसमें पटना, सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, बेगुसराय, भागलपुर, आयुर्वेदिक कालेज के अलावा मुजफ्फरपुर होम्योपैथी आरबीटीएस प्रिसिपल, प्रोफेसर सहित स्टूडेंट्स भी शामिल होंगे। यह सम्मेलन आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष वैद्य जगन्नाथ ओझा ने विशेष जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्मेलन को लेकर गतिविधियां तेज हो गई है। 11 से 13 दिसंबर आयुर्वेद पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने आयुर्वेद पर्व सम्मेलन आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कहा कि वैसे तो प्राकृतिक रूप से राजगीर के पंच पहाड़ियों की वादियों में हजारों प्रकार की जड़ी बूटियों का खजाना है। जिससे राजगीर की आबो हवा में स्वास्थ्यव‌र्द्धक प्राणवायु रूपी आक्सीजन से लोग लाभान्वित हो रहें हैं। जिसके महत्व को समझते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस सम्मेलन को राजगीर में आयोजित कराने का निर्णय लिया। चूंकि उनके भी पिता एक जाने माने वैध थे और राजा बिबिसार के राजवैद्य जीवक ने भगवान बुद्ध के पैर के घाव का इलाज भी राजगीर स्थित अपने चिकित्सालय में किया था, इसलिए राजगीर में इस सम्मेलन का महत्व कई गुणा बढ़ जाता है।

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