सरकारी स्कूल के सभी शिक्षकों का बनेगा आई कार्ड, देने होंगे 50 रुपए
अब आम आदमी सरकारी शिक्षकों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। इसके लिए भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने बिहार शिक्षा परियोजना को विस्तृत दिशा निर्देश दिया है।
बिहारशरीफ : अब आम आदमी सरकारी शिक्षकों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। इसके लिए भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय को आदेश जारी किया है कि सरकारी स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों का आई कार्ड बनाया जाए। शिक्षकों को आई कार्ड गले में लटका कर रखना होगा ताकि उनकी आसानी से कोई भी व्यक्ति पहचान कर सके। आई कार्ड बनाने के लिए प्रत्येक शिक्षक से 50 रुपए लिए जाएंगे। स्थापना डीपीओ अरिजय कुमार ने बताया कि आई कार्ड के लिए क्या प्रारूप होगा, इसका क्रियान्वयन कैसे होना है तथा इस कार्ड में क्या-क्या समाहित रहेगा आदि तमाम बिन्दुओं पर विचार-विमर्श के लिए राज्य परियोजना निदेशक के कार्यालय में डीईओ व डीपीओ की बैठक बुलाई गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आई कार्ड के लिए विभागीय टेंडर निकाला जाएगा। किसी एक संस्था को इसकी जवाबदेही सौंपी जाएगी। बताया जाता है कि यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले माह यानी नवम्बर से यह योजना पूरी तरह से अमल में आ जाएगा। जिले में कुल 13 हजार शिक्षक बताए जा रहे हैं। जिनके आई कार्ड बनने हैं।