नालंदा में चार युवकों की हादसे में मौत के बाद मुआवजे के लिए सड़क पर उतरे लोग
बिहारशरीफ। गुरुवार को सड़क हादसे में चारों नवयुवकों की मौत के बाद मृतकों के स्वजनों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। उग्र लोगों ने विभिन्न चौक चौराहों पर आगजनी करते हुए कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया।
बिहारशरीफ। गुरुवार को सड़क हादसे में चारों नवयुवकों की मौत के बाद मृतकों के स्वजनों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। उग्र लोगों ने विभिन्न चौक चौराहों पर आगजनी करते हुए कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया। मेन मार्केट स्थित जेपी चौक से धर्मशाला व बस स्टैंड जाने वाली मार्ग, बाजार कुआं चौक, राजगीर-गिरियक सड़क मार्ग स्थित श्री महावीर हनुमान मंदिर पर जिसे जो मिला। उसी से सड़क को जाम कर दिया। जाम लगाने के लिए लोगों ने चिकेन स्टाल के मुर्गा रखने वाला जाली, ठेले, रिक्शे, बांस, मेनहोल के ढक्कन को चौक चौराहों पर रख दिया। जबकि आगजनी के लिए टायर, प्लास्टिक, फिश आईस थर्मोकोल के डिब्बों आदि का प्रयोग किया। इस क्रम में श्री महावीर हनुमान मंदिर चौक पर अफरा तफरी से जबरदस्त तनावपूर्ण का माहौल बन गया। लोगों को यह कहते सुना गया कि शासन और पुलिस ने मुआवजे में मिलने वाला चार लाख शुक्रवार की सुबह 10 बजे तक दिलाने की बात कही थी। जब 10 बजे से अधिक समय हो गया। तो लोगों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। हालांकि इस दौरान राजगीर व्यवसायिक संघ के आह्वान पर राजगीर शहर की सभी दुकानें बंद थी। जिसके कारण जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। जाम और आगजनी की घटना से पहले राजगीर बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा, सीओ संतोष कुमार चौधरी व राजगीर थानाध्यक्ष दीपक कुमार की उपस्थिति में चारों मृतक के स्वजनों को पारिवारिक लाभ योजना सहायता के तहत 20-20 हजार रुपए का चेक दे दिया गया था। लेकिन उसके बाद हुई आगजनी की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्शन में आई और थानाध्यक्ष दीपक कुमार दल बल के साथ विभिन्न चौक चौराहों पर चकबंदी करते हुए श्री महावीर हनुमान मंदिर चौक पर पहुंचे। मौके पर उन्होंने भीड़ को समझा कर मामला शांत कराया। उन्होंने लोगों को शीघ्र आपदा प्रबंधन विभाग से स्वजनों को मुआवजे की चार लाख राशि दिलाने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोग शांत हुए।
सीओ संतोष कुमार चौधरी ने बताया कि घटना में मृत युवकों के स्वजनों को आपदा के तहत चार लाख रुपए दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसके लिए आवंटन की मांग की गई है। आवंटन आते स्वजनों को आपदा की राशि दे दी जाएगी। उधर राजगीर शहर की सभी दुकानें स्वत: स्फूर्त बंद रही। सभी बंद दुकानों के अलावा सड़क पर कम आवागमन होने से शहर में सन्नाटा पसरा रहा। इस बीच चारों मृत दोस्तों की निकली शवयात्रा को देख एकबारगी लोगों की आंखें नम हो गई। वहीं इन चारों के घर परिवार में महिलाओं का चीत्कार और विलाप गुंजता रहा। लोगों ने बताया कि राजगीर में चार दोस्तों की एक साथ हुई दुर्घटना में मौत की यह पहली घटना है।