कीचड़ में कैंडल जलाकर युवाओं ने सड़क निर्माण की उठाई मांग, कहा- प्रतिदिन हो रहे हादसे

करीब पांच सौ मीटर में सड़क के दोनों किनारे कैंडल पीपरा-कल्याणपुर सड़क बनाने की मांग की। आठ किमी लंबे इस मार्ग में करीब दो दर्जन से अधिक गड्ढे हैं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 02:40 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 02:40 PM (IST)
कीचड़ में कैंडल जलाकर युवाओं ने सड़क निर्माण की उठाई मांग, कहा- प्रतिदिन हो रहे हादसे
कीचड़ में कैंडल जलाकर युवाओं ने सड़क निर्माण की उठाई मांग, कहा- प्रतिदिन हो रहे हादसे

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। जर्जर हो चुके पीपरा-कल्याणपुर सड़क के निर्माण की मांग को लेकर बिहार नवयुवक सेना के सदस्यों द्वारा कैंडल जलाया गया। स्थानीय बाजार में करीब पांच सौ मीटर में सड़क के दोनों किनारे कैंडल जलाया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व बिहार नवयुवक सेना के संस्थापक अध्यक्ष अनिकेत रंजन ने किया।

कैंडल जलाने के उपरांत अनिकेत रंजन ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पीपरा-कल्याणपुर सड़क की समस्या को क्षेत्रवासी विगत तीन वर्षों से झेल रहें हैं। अब सड़क की समस्या जलजमाव के कारण जानलेवा साबित हो रही है। आठ किमी लंबे इस मार्ग में करीब दो दर्जन से अधिक गड्ढे बने हुए हैं। प्रतिनदिन इस मार्ग पर सड़क हादसे हो रहें है। लेकिन सिस्टम मौन है।

प्रतिवर्ष बरसात के समय विभाग व जनप्रतिनिधि सक्रिय होते हैं। और निर्माण की बात होती। फिर मामला ठंडे बस्ता में चला जाता है। नवयुवक सेना ने इस वर्ष सड़क की समस्या को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। मौके पर धीरज साह, अभिषेक पांडेय, विवेक तिवारी, अनिकेत कुमार अर्जुन, पप्पू साह, अजय साह, ब्रिज किशोर साह, मदन कुमार, लालबाबू ठाकुर,  आलम आदि उपस्थित थे।

पुछरिया गांव का टूटा सड़क से संपर्क

गंडक नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के साथ ही पुछरिया गांव का सड़क से संपर्क भंग हो गया है। पुछरिया गांव में सड़क मार्ग से जाने का मंगलापुर, नायका टोला व रमना टोला से मार्ग है। उक्त तीनों मार्ग पर तीन फीट तक पानी का बहाव शुरू हो गया है। धीरे-धीरे पानी का बहाव बढ़ता ही जा रहा हैं।

पुछरिया गांव निवासी व दियारा विकास मंच के अध्यक्ष अरुण तिवारी, विनोद सिंह, राधो सिंह आदि ने बताया कि पुछरिया गांव के बाबू टोला, तिवारी टोला व नायका टोला की लगभग सात हजार आबादी बाढ़ के पानी से घिर चुकी हैं। जबकि पशु पालक यादवलाल यादव, रामचंद्र सिंह, जलेश्वर दास, रामचुन यादव, शंभू यादव, हरिचंद्र सिंह आदि ने बताया कि बढ़ते जल स्तर से मवेशी के चारे की समस्या खड़ी हो गई है।

साथ ही प्रसाशन द्वारा नाव का परिचालन नहीं कराए जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।अंचलाधिकारी सुरेश पासवान ने बताया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के आवागमन को लेकर नाव की व्यवस्था की गई हैं। अन्य विधि व्यवस्था पर नजर रखते हुए वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया है।  

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