बिहार में मनरेगा में लूट, खेल के बारे में सुनकर आपका माथा चकरा जाएगा

सिवान की संठी पंचायत में फर्जीवाड़ा की पुष्टि चंवर को गांव बता बना दिए दर्जनों जाब कार्डधारी। सिवान जमुई मुजफ्फरपुर व दरभंगा में मनरेगा में गड़बड़ी की चल रही जांच तीन की पूरी। दरभंगा को छोड़कर तीन जिलों की जांच राज्य गुणवत्ता अनुश्रवण (एसक्यूएम) टीम ने पूरी कर ली है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:19 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:19 PM (IST)
बिहार में मनरेगा में लूट, खेल के बारे में सुनकर आपका माथा चकरा जाएगा
रिपोर्ट ग्रामीण विकास कार्य विभाग को भेज दी गई है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, [प्रेम शंकर मिश्रा]। सरकारी योजनाओं को पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के कितने भी प्रयास हों, इसमें लूट का रास्ता भ्रष्टाचारी खोज लेते हैं। राज्य के चार जिलों सिवान, मुजफ्फरपुर, दरभंगा व जमुई में मनरेगा में फर्जीवाड़ा किया गया है। सिवान में तो चंवर को गांव बता मजदूरों का फर्जी जाब कार्ड बनाकर सरकारी राशि का गबन किया गया है। ग्रामीण विकास विभाग के आदेश पर दरभंगा को छोड़कर तीन जिलों की जांच राज्य गुणवत्ता अनुश्रवण (एसक्यूएम) टीम ने पूरी कर ली है। रिपोर्ट ग्रामीण विकास कार्य विभाग को भेज दी गई है। 

जिस गांव के नाम से बना जाब कार्ड वहां घर ही नहीं

सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड की संठी पंचायत का मामला रोचक निकला। जांच टीम ने पाया कि पूर्व मुखिया निशा देवी ने पंचायत रोजगार सेवक एवं कार्यक्रम पदाधिकारी की मिलीभगत से फर्जी तरीके से पानी से घिरे बेचिरागी गांव ताल लहार में दर्जनों मजदूरों के जाब कार्ड बना दिए। फर्जी काम दिखाकर सरकारी राशि का गबन भी कर लिया गया, जबकि इस गांव में न कोई घर है, न ही आबादी। एसक्यूएम टीम के शंकर सिंह और विजय कुमार सिंह ने विभाग को इस संबंध में जांच रिपोर्ट सौंप दी है। गड़बड़ी इस स्तर तक है कि दूसरी पंचायत और दूसरे प्रखंड के लोगों को भी यहां का मजदूर बना दिया गया। जिन्हें मजदूर बनाया गया वे संभ्रांत परिवार के हैं। पूर्व में जांच में यह बात सामने आई थी कि संठी के अलावा दूसरी पंचायत राजपुर, फुलवरिया एवं दूसरे प्रखंड आंदर के लोगों को ताल लहार का निवासी बताकर फर्जी जाबकार्ड बनाए गए। प्रखंड मुख्यालय में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला को भी मजदूर बनाकर राशि की निकासी की गई। जांच अधिकारी शंकर सिंह ने कहा कि जिस ताल लहार के मजदूर बताकर जाब कार्ड बनाए गए, वह गांव नहीं चंवर है। विभाग को जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है।

दरभंगा में चुनाव के कारण जांच टली

ग्रामीण विकास विभाग ने तीन-तीन पदाधिकारियों की जांच टीम बनाई थी। दरभंगा के गौड़ाबौराम की आधारपुर पंचायत में एक करोड़ की सड़क के निर्माण में अनियमितता की जिला पार्षद ने शिकायत की थी। गड़बड़ी पाए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं करने का पदाधिकारी पर आरोप था। जांच टीम के दीनदयाल तिवारी ने बताया कि पंचायत चुनाव के कारण जांच नहीं हो सकी।

मुजफ्फरपुर के मुशहरी व बोचहां की कफेन चौधरी एवं झपहां पंचायत में मनरेगा से पशु शेड और पीसीसी सड़क निर्माण में जांच टीम ने गड़बड़ी पाई। जांच पदाधिकारी करमचंद साह ने इस बारे में कहा कि रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध करा दी गई है। वहीं, जमुई जिले में कई योजनाओं की जांच की गई। खैरा पंचायत में राघो सिंह इंटर स्कूल में 11 सौ फीट की चहारदीवारी का निर्माण मनरेगा से होना है। जांच टीम ने पाया कि वहां काम भी शुरू नहीं हुआ है। हालांकि यहां राशि की निकासी नहीं होने से घपले की बात से टीम ने इन्कार किया। प्रखंड में मनरेगा से कई आहर की खोदाई की जांच की जानी थी। जांच टीम को कर्मकंधा आहर ही दिखा। टीम में शामिल श्रीप्रकाश गुप्ता ने कहा कि अन्य आहर का अस्तित्व नहीं मिला। इसकी विस्तृत जांच की जरूरत है।

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