मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच में एक्स-रे व एमआरआइ सेवा ठप, पठन-पाठन भी प्रभावित
एसकेएमसीएच में एक्स-रे व अन्य रेडियोलाजी सेवाएं बंद हैं। इससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। एसकेएमसीएच शिक्षक यूनियन ने बैठक कर इस पर नाराजगी जताई है।
मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच में एक्स-रे व अन्य रेडियोलाजी सेवाएं बंद हैं। इससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। एसकेएमसीएच शिक्षक यूनियन ने बैठक कर इस पर नाराजगी जताई है। संघ नेताओं ने एसकेएमसीएच प्रशासन से कहा कि विद्यार्थियों के करियर के साथ खिलवाड़ व गरीब मरीजों से इलाज पर खर्च कराकर सेवा देने की बात निदनीय है। सरकार की मंशा है कि गरीब का इलाज हो और बेहतर पढ़ाई हो तो वह होना चाहिए।
एसोसिएशन अध्यक्ष डा.विजय कुमार भारद्धाज व सचिव डा.संजय कुमार ने एसकेएमसीएच अधीक्षक को समस्या से अवगत कराया। सचिव ने कहा कि विगत तीन माह से अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे मशीन खराब है। मेडिकल कालेज जैसे संस्थान में अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे का लंबे समय तक खराब रहना दुखद व निदनीय है। इससे न सिर्फ •ारूरतमंद मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही, बल्कि मेडिकल छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। सीटी स्कैन व एमआरआइ प्राइवेट आउटसोर्सिंग वाले संचालक चला रहे हैं। वहां पढ़ाई के ²ष्टिकोण से मेडिकल कालेज के शिक्षक या विद्यार्थी नहीं जा सकते। इसलिए अविलंब पूरी ताकत लगाकर अस्पताल प्रबंधक अपनी एक्स रे व अन्य मशीनें चालू कराए। जरूरत हो तो नई मशीन लगाई जाए। इसपर तुरंत कार्रवाई कर समाधान निकाला जाए। जल्द इसका निराकरण नहीं हुआ तो मरीज व छात्रों के हित मे आंदोलन किया जाएगा। डा.संजय कुमार ने कहा कि एमबीबीएस के छात्रों को सभी विषय की ट्रेनिग •ारूरी है। इसमें एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन शामिल हैं। अगर यह सब नहीं रहेगा तो छात्र कैसे सीखेंगे। उनके अंदर दक्षता नहीं आएगी। इससे पहले यहां पर ब्लैक फंगस के तीन मरीजों का सफल इलाज हुआ। बाद में उसकी दवा मुख्यालय से नहीं आई। अब विशेषज्ञ चिकित्सक हैं, लेकिन दवा नहीं है। इससे अस्पताल में संसाधन की कमी को दूर करने की जरूरत है।