एक साल से पुल पर चल रहा काम, आवागमन में परेशानी

बगहा। अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र देवराज के ग्रामीणों को अनुमंडल मुख्यालय से आवागमन का सपना आज भी अधूरा है। देवराज के लोग लंबी दूरी तय करके रामनगर या लौरिया होकर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:32 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:32 PM (IST)
एक साल से पुल पर चल रहा काम, आवागमन में परेशानी
एक साल से पुल पर चल रहा काम, आवागमन में परेशानी

बगहा। अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र देवराज के ग्रामीणों को अनुमंडल मुख्यालय से आवागमन का सपना आज भी अधूरा है। देवराज के लोग लंबी दूरी तय करके रामनगर या लौरिया होकर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचते हैं। महंगाई के इस युग में सैकड़ों रुपये खर्च कर तथा दिनभर का समय बर्बाद कर बगहा जाना पड़ता है। बहुअरी-इनारबारवा के बीच मसान नदी में बने पुल से कुछ दिनों के लिए आवागमन आसान हुआ था। लेकिन, फिर वही स्थिति हो गई है।

पिछले साल पुल का पाया धसने से बंद है। आवागमन दशकों से चली आ रही जनता की मांग पर मसान नदी के दोनों तरफ बसे अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र की जनता को आपस में जोड़ने तथा नदी के पूर्वी किनारे के लोगों को अनुमडंल मुख्यालय से जोड़ने के लिए मसान में पुल बना। जनता की मांग महुई और झारमहुई के बीच पुल बनाने की थी पर यह पुल पूर्वी बहुअरी व इनारबारवा के बीच बना। उद्घाटन के ढाई साल बाद ही पुल का एक पाया बाढ़ के कारण नदी में धस जाने से आवागमन बाधित हो गया। पाया की मरम्मत का कार्य विगत एक वर्ष से चल रहा है लेकिन इस साल बार-बार बाढ़ आने के कारण ससमय कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। पुल से तिपहिया या चारपहिया वाहनों का आवागमन बंद है।

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महुई-खैरंटिया के बीच तीन सौ मीटर पक्की सड़क धवस्त

गत साल आई बाढ़ में इस क्षेत्र की मुख्य सड़क जो पुल होकर गुजरती थी ,ध्वस्त हो गई। रामनगर प्रखंड के जोगिया पंचायत अंतर्गत महुई व खैंरटिया टोला गांव के बीच इस साल बाढ़ में भी यह मुख्य सड़क ध्वस्त हो गई। अभी यह सड़क लगभग तीन सौ मीटर की लंबाई में बाढ़ की कटाव के कारण ध्वस्त है। इस रास्ते पर पगडंडियों पर ही केवल पैदल आवागमन हो रहा है। पुल के पूर्वी-उत्तरी हिस्से के गांवों बहुअरी,शेरहवा ,खैरंटिया तथा महुई सहित जोगिया, सबेया , बगही एवं अन्य पंचायतों के तीन दर्जन से भी अधिक गांवों के लोगों को बगहा जाने में यह सड़क भी काफी परेशान करती है। यदि यह सड़क चालू होती तो मोटरसाइकिल सवार आसानी से बगहा आवागमन कर सकते।

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कृषि कार्य में होती परेशानी

सड़क के ध्वस्त होने तथा पुल पर आवागमन बाधित होने के कारण कृषि कार्य भी प्रभावित हो रही है। नदी के दोनों किनारों पर एक-दूसरे किनारे के किसानों की खेती - बारी है। इसी मुख्य सड़क तथा पुल होकर खेतों तक खाद-बीज पहुंचाने तथा फसलों को खलिहान तक लाने का कार्य होता था। आवागमन बाधित होने से किसान काफी परेशान हैं । किसानों की कृषि लागत काफी बढ़ गई है।

गन्ना पेराई सत्र में होगी परेशानी खैरंटिया-शेरहवा सड़क के ध्वस्त होने तथा मसान पुल पर आवागमन बाधित होने से नवंबर में गन्ना पेराई सत्र के दौरान भी किसानों की परेशानी और बढ़ेगी। दोनों किनारों के गन्ना किसान अपनी सुविधा के अनुसार हरिनगर तथा बगहा चीनी मिल में गन्ने की आपूर्ति करते हैं।

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