नेपाल, दिल्ली व महाराष्ट्र के चरस तस्करों से जुड़े हैं तार

गिरफ्तार चरस तस्करों के तार नेपाल दिल्ली व महाराष्ट्र से जुड़े हैं। मुख्यालय डीएसपी बैजनाथ सिंह ने बताया कि शनिवार को दिन के 11 बजे एसआइटी को गुप्त सूचना मिली कि शहर में चरस तस्करों ने डेरा डाला है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 02:20 AM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 05:10 AM (IST)
नेपाल, दिल्ली व महाराष्ट्र के चरस तस्करों से जुड़े हैं तार
नेपाल, दिल्ली व महाराष्ट्र के चरस तस्करों से जुड़े हैं तार

मुजफ्फरपुर। गिरफ्तार चरस तस्करों के तार नेपाल, दिल्ली व महाराष्ट्र से जुड़े हैं। मुख्यालय डीएसपी बैजनाथ सिंह ने बताया कि शनिवार को दिन के 11 बजे एसआइटी को गुप्त सूचना मिली कि शहर में चरस तस्करों ने डेरा डाला है। उसमे एक तस्कर पवस शर्मा चरस के सौदागरों को नमूना दिखाने के लिए सरैयागंज टावर के आसपास बाइक से निकला है। इस सूचना के आधार पर सरैयागंज टावर के निकट से एसआइटी ने नगर थाना पुलिस के सहयोग से पवस शर्मा को पकड़ लिया। उसके पास से सौ ग्राम चरस बरामद हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि गोला बांध रोड में सुरेंद्र प्रसाद के मकान में बड़ी मात्रा में चरस के साथ उसके कुछ साथी रुके हैं। जब वहां छापेमारी की गई तो उसके पांच अन्य साथी पकड़ में आ गया। इन लोगों ने बताया कि लगभग 20 मिनट पहले उसे दो साथी कार से 25 किलो से अधिक चरस लेकर दिल्ली के लिए निकल गया है। एसआइटी ने दोनों का पीछा किया व इसकी सूचना मोतिहारी पुलिस को दी। इस सूचना के आधार पर दोनों को चकिया टॉल प्लाजा के निकट गिरफ्तार कर लिया गया।

शहर में ट्रांजिट प्वाइंट, कटरा से जुड़े नेपाली तस्करों के तार : नेपाल के चरस तस्करों का तार कटरा क्षेत्र से जुड़ा है। शनिवार को गिरफ्तार किए गए आधा दर्जन चरस तस्करों में तीन कटरा थाना के पहसौल गांव के हैं। शहर के गोलाबांध रोड के सुरेंद्र प्रसाद का मकान को इस गिरोह ने ट्रांजिट प्वाइंट बना रखा था। डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में सभी ने इस जनवरी से इस धंधे में जुड़ने की बात बताई है। इसकी जांच की जा रही है कि ये कितने दिनों इस धंधे से जुड़े हैं और अब तक कहां-कहा चरस की सप्लाई की है।

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