जल संकट दूर करने को चालू होंगे बंद पड़े सभी वाटर टावर Muzaffarpur News
ग्यारह वाटर टावरों को चालू करने पर खर्च होंगे साढ़े पांच करोड़ रुपये। बहाल हो चुकी है एजेंसी शीघ्र शुरु होगा मरम्मत का काम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वर्षों से हाथी के दांत बने निगम के ग्यारह वाटर टावर फिर से चालू होंगे। उनके चालू होने से जल संकट झेल रहे लोगों के घरों तक निगम का पानी आसानी से पहुंच पाएगा। इन वाटर टावरों की मरम्मत पर साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जल कार्य शाखा के अनुसार कार्य को अंजाम देने के लिए एजेंसी की बहाली हो चुकी है। जल्द ही का काम शुरू होगा। अब तक सीधे पंप हाउस से पानी की आपूर्ति की जा रही थी। इससे दूर दराज एवं ऊंचे स्थलों तक निगम का पानी नहीं पहुंच पा रहा था। लेकिन वाटर टावर के माध्यम से पानी की आपूर्ति दूर-दूर तक पहुंच पाएगी। एजेंसी के पदाधिकारी वाटर टावरों का मुआयना कर चुके हैं।
प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली निजी एजेंसी को सौंपने की तैयारी
निगम प्रशासन प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली का जिम्मा निजी एजेंसी को देने की तैयारी में है। निगम बोर्ड इस पर अपनी सहमति पहले ही दे चुका है। टैक्स की वसूली में बढ़ोतरी नहीं होने से वसूली का जिम्मा निजी संस्था को देने की तैयारी है। निगम प्रशासन को उम्मीद है कि इससे वसूली में बढ़ोतरी होगी। दूसरी ओर वसूली का जिम्मा निजी एजेंसी को सौंपने का कर्मचारी संघ के नेता विरोध कर रहे हंै। उन्होंने निगम प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दे रखी है।
कर शाखा को ऑनलाइन करने की तैयारी अंतिम चरण में
बहुत जल्द निगम की कर शाखा हाईटेक हो जाएगी। घर बैठे लोग अपने मकान के प्रॉपर्टी टैक्स की जानकारी ले पाएंगे। उप नगर आयुक्त रणधीर लाल के नेतृत्व में प्रॉपर्टी टैक्स को ऑन लाइन करने की कवायद चल रही थी। जल्द ही यह सुविधा शहरवासियों को मिलने लगेगी।