पश्चिम चंपारण : अब वीटीआर को आर्थिक मदद के साथ विदेशी विशेषज्ञों का मिलेगा लाभ

विश्व बाघ दिवस पर वीटीआर को अंतरराष्ट्रीय संस्था कैट्स (कंजरवेशन एश्योर्ड टाइगर स्टैंडर्ड) की मान्यता दी गई है । इसका कई प्रकार से वीटीआर को लाभ मिलेगा। टाइगर रिजर्व में काम करनेवाले दूसरे देशों के एक्सपर्ट यहां पहुंचेंगे।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:48 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:48 AM (IST)
पश्चिम चंपारण : अब वीटीआर को आर्थिक मदद के साथ विदेशी विशेषज्ञों का मिलेगा लाभ
कंजरवेशन एश्योर्ड टाइगर स्टैंडर्ड की मान्यता मिलने के बाद खुली राह।

बेतिया (पश्चिम चंपारण), शशि कुमार मिश्र। बाघों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन में देश के 14 टाइगर रिजर्व में शामिल होने के बाद वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में बाघों व अन्य वन्य जीवों के लिए होनेवाले कार्यों में तेजी आएगी। वीटीआर से जुड़े टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा। यहां होने वाले विकास की पहुंच आसपास के गांवों तक होगी। विश्व बाघ दिवस पर वीटीआर को अंतरराष्ट्रीय संस्था कैट्स (कंजरवेशन एश्योर्ड टाइगर स्टैंडर्ड) की मान्यता दी गई है। इसका कई प्रकार से वीटीआर को लाभ मिलेगा। आॢथक मदद के साथ टाइगर रिजर्व में काम करनेवाले दूसरे देशों के एक्सपर्ट यहां पहुंचेंगे। बाघों के अधिवास प्रबंधन की दिशा में विश्व स्तर के विशेषज्ञों से वीटीआर को तकनीकी सहयोग मिल सकेगा। मान्यता मिलने के साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय संस्था से फंड लेने का भी हकदार हो गया है, क्योंकि इसकी ग्रेडिंग ग्लोबल हो गई है। क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि फंडिंग के लिए बाघों की संख्या, संरक्षण व प्रबंधन पर खर्च और टूरिज्म को आधार बनाया जाएगा।

सीएसआर के तहत भी मिलेगी राशि

वीटीआर को सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत फंडिंग की भी राह खुल गई है। इससे सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की कंपनियां आॢथक रूप से मदद कर सकेंगी। अधिकारी बताते हैं कि सीएसआर के माध्यम से कंपनियां समाज से जुड़े कार्यों के लिए अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा खर्च करती हैं। इससे उनकी सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित होती है। क्षेत्र निदेशक ने बताया कि सीएसआर रैंकिंग मिलने के साथ ही शुक्रवार को आइसीआइसीआइ बैंक ने फंडिंग के लिए सहमति जताई है।

अब वीटीआर को पांच तरह से मिलेगा फंड

विभिन्न संस्थाओं से मान्यता मिलने के बाद वीटीआर प्रशासन को पांच तरह से फंड मिलेगा। पहला केंद्र सरकार से वाॢषक कार्ययोजना की राशि जो इस बार लगभग 13 करोड़ मिली है। दूसरा टाइगर फाउंडेशन की राशि, इसमेें ईको टूरिज्म से मिलने वाली राशि शामिल है। तीसरा सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत मिलने वाली राशि। इस वर्ष ईको टूरिज्म के क्षेत्र में ढांचागत विकास के लिए एक करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। चौथा कैट्स और पांचवां सीएसआर।

आइसीआइसीआइ की मदद से वीटीआर में खुलेगा ट्रेनिंग सेंटर

सीएसआर मान्यता मिलने के बाद आइसीआइसीआइ बैंक ने वीटीआर में विविध ट्रेनिंग सेंटर खोलने का प्रस्ताव दिया है। इसमें कंप्यूटर, सिलाई मशीन, हस्तकरघा, हैंडलूम आदि की ट्रेनिंग दी जाएगी। बैंक की ओर से राशि मुहैया कराई जाएगी। बैंक ने इस संबंध में वीटीआर प्रशासन से प्रस्ताव मांगा है।  

chat bot
आपका साथी