West champaran: ओमिक्रोन से सुरक्षा व उपचार के लिए सभी पीएचसी में कोविड केयर सेंटर चालू

West Champaran कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सतर्क हुआ विभाग अपडेट किए जा रहे है अस्पताल कोरोना संक्रमण से बचाव के ल‍िए गाइडलाइन का पालन का जरूरी। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब 10 बेड का कोविड केयर सेंटर चालू किया जा रहा है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 02:45 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 02:46 PM (IST)
West champaran: ओमिक्रोन से सुरक्षा व उपचार के लिए सभी पीएचसी में कोविड केयर सेंटर चालू
कोरोना संक्रमण से बचाव के ल‍िए गाइडलाइन का करें पालन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पश्‍च‍िम चंपारण (बेतिया), जासं। कोरोना के ने वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में काम कर रहा है। एक बार फिर कोविड केयर सेंटर को एक्टिव किया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कोविड केयर सेंटर(सीसीसी) को एक्टिव करने की कवायद शुरू कर दी गई है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब 10 बेड का कोविड केयर सेंटर चालू किया जा रहा है। ताकि मरीजों की संख्या बढ़ने पर उक्त सेंटर में रखकर इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा सके।

सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में फिलहाल कोरोना के मरीजों की संख्या शून्य है। लेकिन देश में कोरोना के नए रुप ओमिक्रोन के मरीज की पुष्टि होने के बाद तैयारी शुरू कर दी गई है। अस्पतालों में पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, थर्मल स्क्रीनिंग, संबंधित दवा आदि की व्यवस्था अपडेट की जा रही है। ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके।

टीका लेने वालों की सुरक्षा की 90 फीसद की गारंटी

सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि कोरोना टीका की दूसरी डोज लेने वालों की 90 फीसद सुरक्षा की गारंटी है। ऐसे लोग कोरोना से सेफ है। प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना का टीका जरुर लेना चाहिए। नए वैरिएंट से सुरक्षा के लिए टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। टीका लगवाएं, मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करें।बढ़ने लगी टीकाकरण की रफ्तार

कोरोना टीकाकरण के मामले में जिला का स्थान लगातार ऊंचा हो रहा है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार बीते एक दिसंबर से लेकर अब तक टीकाकरण की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जाता है कि एक दिसंबर को टीका की दूसरी डोज लेने के मामले में जिले का स्थान पूरे बिहार में 27 वें नंबर पर था। लेकिन अब बढ़कर 17वें नंबर पर पहुंच गया है। बीते एक दिसंबर को 55114 लोगों ने दूसरी डोज ली। जबकि तीन नंबर को बढ़कर यह आंकड़ा 58468 पहुंच गया।

ओमिक्रोन बच्चों की सुरक्षा करें अभिभावक

कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर बच्चों की सेहत, खान-पान और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। चिकित्सकों का कहना है कि बदलते मौसम में किसी प्रकार का संक्रमण 12 साल से नीचे के बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए उन्हें ठंड से बचाव के साथ ही संक्रमण से भी बचाना है। प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ सह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ कुमार सौरभ ने बताया कि ओमिक्रोन को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है। चूंकि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को अब तक टीका नहीं लगा है, नतीजतन उनके लिए खतरा अधिक है। बचाव के लिए मास्क और शारीरिक दूरी को बेहतर विकल्प बताया। स्कूल में भी कोरोना के नियमों के पालन जरूरी है। बच्चों को बचाने के लिए स्कूल में शारीरिक दूरी जरूरी है। अल्टरनेट कर बच्चों को स्कूल में भेजने एवं लगातार सैनिटाइजर के उपयोग पर बल दिया। अभिभावकों को सतर्क करते हुए कहा कि सर्दी, खांसी, सांस फूलने एवं दम मारने की स्थिति अविलंब चिकित्सक से संपर्क करें।

बाहर से आनेवाले स्वेच्छा से कराएं जांच

कई राज्यों में कोरोना के नए मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी है। एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन व बस पड़ावों पर जांच के लिए सख्ती बढ़ा दी गई है। हालांकि, इसमें लोगों का शत-प्रतिशत सहयोग नहीं मिल रहा है। लोग इधर-उधर से निकल जा रहे हैं, इसलिए जांच पूरी तरह नहीं हो पा रही है। स्वास्थ्य विभाग यात्रियों से जांच में सहयोग करने की अपील कर रहा है। स्टेशन व बस पड़ाव पर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कैंप कर रही। संक्रमण से सुरक्षा के लिए हर यात्री से जांच की अपील कर रही है।

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