Muzaffarpur Weather: मौसम का बदला मिजाज, उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में छाए रहेंगे बादल, शुष्क रहेगा मौसम
Muzaffarpur Weather मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल रह सकते हैं। इस दौरान अधिकतम तापमान 29 से 30 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है ।
मुजफ्फरपुर/समस्तीपुर, जासं। उत्तर बिहार के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। साथ ही अगले कुछ दिनों तक आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। यह कहना है मौसम विभाग का। अगले 14 नवंबर तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में यह बात कही गई है। डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल रह सकते हैं। इस दौरान मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 29 से 30 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 60 से 70 प्रतिशत तथा दोपहर में 30 से 40 प्रतिशत रहने की संभावना है। औसतन 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है। मुजफ्फरपुर जिले में सुबह से हल्की ठंड के साथ ही मौसम साफ है।
बदलते मौसम में मौसमी बीमारियों का प्रकोप, सावधानी जरूरी
बगहा। ग्रीष्म कालीन मौसम के बाद गुलाबी ठंड बढऩे के साथ ही अस्पतालों में वायरल फीवर ,सर्दी खांसी, कोल्ड डायरिया, त्वचा रोग, दर्द, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधित रोग, समेत अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। अस्पतालों में सुबह से लेकर ओपीडी पर्ची काउंटर एवं दवा वितरण कक्ष में मरीज एवं परिजनों की भीड़ उमडऩे लगी है। अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी में कार्यरत सर्जन चिकित्सक ड़ॉ. विजय कुमार ने बताया कि अचानक मौसम बदलने के साथ वायरल फीवर, सर्दी खांसी, कोल्ड डायरिया, त्वचा, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि का प्रकोप की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सभी को स्वास्थ्य को देखते हुए ठंडा नाश्ता एवं भोजन से परहेज करने के साथ-साथ ठंडी फ्रूट आदि खाद्य पदार्थों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। ठंड से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि खास तौर पर नवजात एवं बच्चों के साथ बुजुर्गों को ठंडे खाद्य सामग्री से परहेज करना चाहिए। यदि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी हो तो त्वरित स्वास्थ केंद्रों पर पहुंचकर चिकित्सीय सलाह के साथ उपचार कराना चाहिए। मधुमेह रोगियों को नियमित जांच करानी चाहिए।