Weather in Muzaffarpur: एक- दो दिनों के बाद हो सकती है अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा

Weather in Muzaffarpur आसमान में छाए रहेंगे हल्के से मध्यम बादल।10 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी पुरवा हवा। मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 34 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 07:57 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 07:57 AM (IST)
Weather in Muzaffarpur: एक- दो दिनों के बाद हो सकती है अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा
औसतन 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर/समस्तीपुर, जासं। उत्तर बिहार में अगले एक-दो दिनों तक मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। उसके बाद अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। यह कहना है मौसम विभाग का। अगले 15 सितंबर तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग ने यह बात कही है। मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वानुमानित अवधि में आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते है। कभी- कभार मध्यम बादल भी छा सकते है। अगले एक-दो दिनों तक मैदानी तथा तराई के जिलों में ज्यादातर स्थानों पर मौसम शुष्क रह सकता है। उसके बाद अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 34 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 50 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में पुरवा हवा चलने का अनुमान है। औसतन 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। 

नदियों का जलस्तर थमा, जलजमाव ने बढ़ाई परेशानी

मुजफ्फरपुर : जिले के बाढ़ प्रभावित कटरा व औराई से गुजर रही नदियों बागमती, लखनदेई व मनुषमारा का जलस्तर थम गया है। हालांकि, जलजमाव से परेशानी बढ़ी हुई है। इस बीच पंचायत चुनाव के संभावित प्रत्याशियों द्वारा अपने स्तर से लोगों को राहत पहुंचाने का काम तेज कर दिया गया है। कटरा में बागमती के जलस्तर में कमी के बाद भी पीपा पुल के एप्रोच पथ से वाहनों के परिचालन पर रोक है। बकुची चौक, तेहबारा सड़क सहित कई स्थानों पर जलजमाव बना है। इससे वहां के दुकानदार अब भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। प्रखंड के गंगेया, माधोपुर, बर्री, तेहवारा, पहसौल, खंगुरा, चंगेल आदि गांवों में टूटी सड़कों व जलजमाव से आवागमन बाधित है। घर से बाहर निकलना भी लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है। निजी नाविक ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं जिससे लोग गांव से बाहर नहीं जाना चाहते। ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड में सरकारी नाव की कमी से निजी नाविकों की मनमानी चल रही है। प्रशासन का इनपर कोई नियंत्रण नहीं है। इधर, औराई प्रखंड में जलजमाव के कारण विस्थापित अपने घरों को लौटने को तैयार नहीं। लोगों का कहना है कि अगले माह हीं वे अपने घरों को लौटेंगे।

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