Weather in Muzaffarpur Bihar: जिला समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में होगी हल्की से मध्यम वर्षा

बेगूसराय वैशाली सारण सिवान दरभंगा तथा मुजफ्फरपुर में आमतौर पर मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि एक-दो स्थानों पर छिटपुट वर्षा हो सकती है। अन्य जिलों जैसे समस्तीपुर गोपालगंज मधुबनी सीतामढ़ी शिवहर पूर्वी तथा पश्चिमी चम्पारण में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 08:19 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 08:19 AM (IST)
Weather in Muzaffarpur Bihar: जिला समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में होगी हल्की से मध्यम वर्षा
12 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी हवा। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। जिला समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक रूक-रूक कर बारिश होगी। वहीं इस दौरान 12 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। यह कहना है मौसम विभाग का। 5 सितंबर तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में यह बात कही गई है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में हल्के से मध्यम बादल छाए रह सकते हैं। बेगूसराय, वैशाली, सारण, सिवान, दरभंगा तथा मुजफ्फरपुर में आमतौर पर मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि एक-दो स्थानों पर छिटपुट वर्षा हो सकती है। अन्य जिलों जैसे समस्तीपुर, गोपालगंज, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी तथा पश्चिमी चम्पारण में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। इस दौरान कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा भी होने की संभावना है।

 मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 60 से 70 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 12 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बेगूसराय, समस्तीपुर, वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर तथा दरभंगा में पछिया हवा तथा अन्य जिलों में पुरवा हवा चलने का अनुमान है। 

बाढ़-औराई में पानी घटने के साथ ही बढऩे लगी परेशानी

औराई, संस : बागमती, लखनदेई व मनुषमारा नदियों के जलस्तर में मंगलवार को कमी आकी गई। जलस्तर घटने के साथ ही बाढ़ पीडि़तों ने जहां एक ओर राहत की सांस ली है वहीं दूसरी ओर परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सबसे ज्यादा समस्या किसानों को मवेशियों का हरा चारा की है। वे दूर दराज से चारा की व्यवस्था कर रहे हैैं। इसका प्रभाव दुधारू पशूओं पर भी पड़ रहा है। सरहंचिया के पशुपालक दीपक कुमार ने बताया की दुधारू पशुओं में हरे चारे की कमी से 50 फीसदी दूध कम हो गया है। जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। दर्जनभर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैैं। टेका बाजार से बलिया जाने वाली सड़क के क्षतिग्रस्त होने से चार हजार की आबादी वाले गांवों के लोगों का आवागमन बाधित है। समाजसेवी भूषण प्रसाद शाही ने प्रशासन से अविलंब सड़क को दुरुस्त कराने की मांग की है। सीएचसी प्रभारी डा. राजेश कुमार ने बताया की आम दिनों की अपेक्षा चालीस प्रतिशत रोगी चर्म रोग के प्रत्येक दिन आ रहे हैं।वहीं समाजसेवी कृषणकांत शाही ने ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव की मांग की है।

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