समस्तीपुर समाचार: क्विक वाटरिंग सिस्टम से पांच मिनट में भर जाएगा ट्रेनों के सभी कोच में पानी, सफर में नहीं झेलनी होगी पानी की किल्लत
समस्तीपुर रेल मंडल ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया महत्वपूर्ण कदम। 24 कोच वाली ट्रेन को पूरी तरह से पानी भरने में केवल 10 मिनट लगेगा। समस्तीपुर जंक्शन पर क्विक वाटरिंग सिस्टम निर्माण को लेकर मुख्यालय भेजा गया प्रस्ताव। विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। ट्रेन में सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। समस्तीपुर जंक्शन पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके लिए विभागीय प्रक्रिया चल रही है। रेल प्रशासन ने क्विक वाटरिंग सिस्टम निर्माण के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भेजा है। मुख्यालय से आदेश मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। इस आधुनिक सिस्टम से पांच मिनट में 24 कोच में पानी भरा जा सकता है। रेलवे ने पानी की बर्बादी को रोकने एवं कम समय में अधिक से अधिक कोचों में पानी भरने के लिए क्विक वाटरिंग सिस्टम बहाल किया जाएगा। इससे समस्तीपुर जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में जरूरत के हिसाब से तत्काल पानी मुहैया कराया जाएगा। समस्तीपुर रेल मंडल में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु सदैव तत्पर रहता है। इस तरह पानी की बर्बादी पर रोक लगने से जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकेगा।
दरअसल, अभी ट्रेनों के कोच में पानी खत्म होने से असहजता होती है। खासकर गर्मी में पानी की किल्लत अधिक होती है। समस्तीपुर जंक्शन के एक से सात नंबर प्लेटफार्म पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। कई बार पानी के अभाव में यात्रियों को टॉयलेट इस्तेमाल करने परेशानी होती थी। अब ट्रेनों में सीमित समय में पानी की उपलब्धता होगी। समस्तीपुर से करीब तीन दर्जन से अधिक गुजरने वाली ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके बाद रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
कुछ ऐसे काम करेगा आधुनिक सिस्टम
क्विक वाटरिंग सिस्टम में करीब तीन पंप सीरीज में लगाए जाएंगे। कोच में पानी की जरूरत के अनुसार पंप चलेंगे। सुपरवाइजर के मोबाइल पर डिस्प्ले के साथ कंट्रोल रहेगा। त्वरित जल प्रणाली में तीन उच्च दबाव वाले पंप शामिल होता है, जो प्लेटफॉर्म पर हाइड्रेंट को पानी की आपूर्ति करता है। इस संयंत्र के संचालन के लिए इसमें अग्रिम स्वचालन और नियंत्रण प्रणाली भी है, जिसमें पंपों की क्रमिक शुरुआत के साथ-साथ प्रत्येक पंप के लिए परिवर्तनशील गति नियंत्रण शामिल होगा। इस सिस्टम का कंट्रोल रिमोट ऑपरेशन के लिए मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है।
पानी की बर्बादी पर लगेगी रोक
समस्तीपुर स्टेशन पर फिलहाल सामान्य पाइप से ही ट्रेन के कोच में पानी भरा जाता है। इस प्रणाली के उपयोग से न केवल पानी की बर्बादी पर नियंत्रण किया जा सकेगा। इस तरह पानी की बर्बादी पर रोक लगने से जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकेगा।
दरभंगा स्टेशन पर त्वरित जल प्रणाली का हो रहा उपयोग :
दरभंगा स्टेशन पर ट्रेन के कोचों में पानी भरने हेतु त्वरित जल प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है। इस प्रणाली के उपयोग से न केवल पानी की बर्बादी पर नियंत्रण किया जा सकेगा बल्कि काफी कम समय में ट्रेन के कोचों में पानी भरा जा सकेगा। त्वरित जल प्रणाली में तीन उच्च दबाव वाले पंप शामिल हैं जो प्लेटफॉर्म पर हाइड्रेंट को पानी की आपूर्ति करते हैं। इस संयंत्र के संचालन के लिए इसमें अग्रिम स्वचालन और नियंत्रण प्रणाली भी है। जिसमें पंपों की क्रमिक शुरूआत के साथ-साथ प्रत्येक पंप के लिए परिवर्तनशील गति नियंत्रण शामिल है।